उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत ने खुद को अपने घर में कैद कर लिया है. यही नहीं हरीश रावत ने अपने सभी समर्थकों और नेताओं को भी अपने घर आने से साफ मना भी कर दिया है. एक तरफ दिल्ली में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष को लेकर सरगर्मियां तेज है और नए राष्ट्रीय अध्यक्ष पर गहमागहमी चल रही है तो दूसरी तरफ हरीश रावत ने फिलहाल लोगों से दूरी बनाए रखने का निर्णय लिया है। वह बात अलग है कि हरीश रावत ने ऐसा करने के पीछे कोरोना को वजह बताया है. दरअसल हरीश रावत का मानना है कि वह पिछले कुछ दिनों में ऐसे कई जगहों से होकर आए हैं जहां संक्रमण का खतरा बेहद ज्यादा रहा.. यही नहीं रो रहे तब आप जगह का दौरा किया और विभिन्न लोगों से मुलाकात भी की. इस कारण कोरोला को लेकर खतरा काफी ज्यादा हो जाता है ऐसे में वे नहीं चाहते कि उनके कार्यकर्ताओं और नेताओं को भी इस खतरे का सामना करना पड़े इसीलिए उन्होंने खुद को 10 दिनों तक आइसोलेट करने का फैसला किया है इस दौरान वे किसी से भी नहीं मिलेंगे। हरीश रावत ने अपने संदेश में कहा है कि उन्होंने लोगों से दूरी बनाने के लिए कई पार्टी नेताओं से बेरुखी के साथ भी व्यवहार किया. वे चाहते हैं कि कोई उनके घर पर उनसे मिलने ना आए.. हालांकि उन्होंने फोन पर लोगों से संपर्क में रहने की बात कही है।
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