उत्तराखंड में कांग्रेस से भाजपा में गए बागियों को लेकर संशय बरकरार है, हाल ही में कई बार हरक सिंह, उमेश शर्मा काऊ समेत दूसरे कांग्रेस के बागियों को लेकर दल बदल की खबरें आती रहीं हैं, उधर हरीश रावत बागियों की वापसी करने को लेकर रोड़ा भी बनते दिखाई दिये हैं लेकिन कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव ने यह साफ कर दिया है कि पार्टी की तीन बातों पर खरा उतरने वाले बागियों को ही वापस लिया जाएगा।
कांग्रेस की बागियों को वापस लेने के लिए तीन शर्तों में सबसे पहली शर्त इस नेता का जिताऊ होना है, यानी पार्टी जिस नेता को आगामी चुनाव में जीताउ मानेगी उसी को वापस लेगी।
दूसरी शर्त साफ छवि का होना है जिस पर भ्रष्टाचार के मामले ना हो और उसकी छवि पूरी तरह साफ हो उसी बागी नेता को वापस लेने की बात कही जा रही है, इसके अलावा यदि बागी वाली सीट पर कांग्रेस का प्रत्याशी पहले से ही मजबूत है तो ऐसी स्थिति में बागी को वापस नहीं लिया जाएगा।
तीसरी और सबसे आखरी शर्त कांग्रेस की विचारधारा को मानना है, कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव ने कहा कि जिस भी बागी की कांग्रेस पर पूरी निष्ठा होगी उसी को वापस लिया जाएगा आधी अधूरी निष्ठा के साथ पार्टी में वापसी नहीं दी जाएगी।