चुनाव ड्यूटी से नाम कटवाने के बाद अब IFS अफसर भी आग बुझाने फील्ड में उतरेंगे, वनाग्नि की घटनाओं पर लगाएंगे लगाम

फॉरेस्ट फायर की घटनाएं फायर सीजन से पहले ही दिखने लगी है, टिहरी जिले से आज कुछ तस्वीरें सामने आई हैं, जहां जंगलों में आग की लपटे दिखाई दे रही हैं..लेकिन घबराइए नहीं क्योंकि इस बार वन विभाग पूरी तरह तैयार है..और तैयारी में कोई विघ्न ना पड़े इसके लिए हर तरह से प्रयास भी हो रहा है..

उधर उत्तराखंड में निकाय चुनाव को लेकर इन दिनों अधिकारी व्यस्त हैं..राज्य निर्वाचन आयोग ने चुनाव ड्यूटी के रूप में सभी को तैयारियां दुरुस्त रखने के निर्देश भी दिए हैं..लेकिन इस बीच आयोग ने भारतीय वन सेवा (IFS) के अधिकारियों को चुनाव ड्यूटी से राहत दे दी है। राज्य निर्वाचन आयोग ने यह फैसला सुप्रीम कोर्ट के उस आदेश के अनुक्रम में दिया है..जिसमें IFS अफसरों को वनाग्नि के चलते ड्यूटी से दूर रखने के लिए कहा गया है.. हालांकि यह आदेश होने के बावजूद फायर सीजन शुरू ना होने के चलते आयोग ने 16 अफसरों की ड्यूटी चुनाव में लगाई थी..लेकिन फौरन वन विभाग ने आयोग को SC (सुप्रीम कोर्ट) के आदेशों की याद दिला दी. लिहाजा आयोग को भी इन 16 अफसरों को ड्यूटी से बाहर रखना पड़ा.. हालांकि इसके बाद PCS अधिकारियों को इसके बदले जिम्मेदारी दे दी गई है।

चुनाव ड्यूटी से वन अफसरों का नाम कटवाने के बाद वन विभाग तैयारी में कोई कोताही बरतने के मूड में नहीं है। इसलिए विभाग ने फायर सीजन से पहले कमर कस ली है..अब ये भी उम्मीद की जा रही है कि अधिकारी खुद फील्ड में उतरेंगे और आग बुझाने के अभियान में दिखाई देंगे। वैसे तो जंगलों में आग की घटनाओं को रोकने के लिए हर बार ही प्रयास होते हैं लेकिन इस बार तैयारी कुछ एडवांस स्तर की होने का दावा है..

वैसे आम लोगों की भागीदारी को भी इसमें बढ़ाने का प्रयास हो रहा है, ऐसे में वन विभाग की नजर वनाग्नि नियंत्रण के लिए स्थानीय लोगों पर है और प्रदेश की नजर विभाग के अधिकारियों की बेहतर भूमिका पर..