मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशों का अक्षरश पालन करने वाले अधिकारियों में देहरादून की जिलाधिकारी सोनिका का नाम भी शामिल है। दरअसल जब से जिलाधिकारियों को जन सुनवाई करने के निर्देश दिए गए हैं, तभी से लगातार जिलाधिकारी लोगों से रूबरू होकर उनकी समस्याओं को सुन रही है, सबसे बड़ी बात यह है कि जनसुनवाई में समस्याओं के समाधान भी हो रहे हैं।
हालांकि देहरादून सचिवालय में सोमवार को मीटिंग ना करते हुए जनता को समय देने के भी आदेश हुए थे लेकिन यहां पर ये आदेश हवा हवाई दिखते हैं। सच8वाली में अफसरों की सोमवार को बैठकों का दौर बदस्तूर जारी है और जनता से मिलने के निर्देश केवल बयानों तक सीमित है।
उधर जिलाधिकारी सोनिका की अध्यक्षता में ऋषिपर्णा सभागार में जन सुनवाई का आयोजन किया गया। जनसुनवाई में आज 108 शिकायत प्रात हुई। जनसुनवाई में भूमि विवाद, सरकारी भूमि पर अतिक्रमण, प्रधानमंत्री आवास योजना से आवास दिलाने, रास्ता बंद किए जाने, अधिग्रहित भूमि का मुआवजा दिलाने, खतौनी में नाम संशोधन करवाने,आर्थिक सहायता दिलाने, सड़क से अतिक्रमण हटाने, आपसी विवाद, कब्रिस्तान हेतु भूमि दिलाने, शिक्षा, नगरनिगम, एमडीडीए से संबन्धित शिकायत प्राप्त हुई। जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि जनुवाई में प्राप्त शिकायकतों का समय से निस्तारण करें तथा जिन शिकायतों पर जांच समय लग रहा है के सम्बन्ध में शिकायतकर्ता सूचित करें।
जनसुनवाई में अजीतनगर विकासनगर निवासी एक महिला जो वर्तमान में भोपाल मध्यप्रदेश में रहतीं हैं के पिता की मृत्यु उपरान्त अन्यों द्वारा उनके अंश की भूमि को फर्जी/ कूटरचित अभिलेंखो से अन्य के नाम चढ़ाने की शिकायत पर जिलाधिकारी के निर्देशों पर कार्यवाही होने पर शिकायतकर्ता महिला ने जिलाधिकारी का आभार व्यक्त किया।
जनसुनवाई में सोड़ा सरोली निवासी एक व्यक्ति द्वारा पंचायत की भूमि खुर्दबुर्द्ध किए जाने तथा पटवारी की मिलीभगत की शिकायत की गई, जिस पर जिलाधिकारी ने उप जिलाधिकारी सदर को कार्यवाही के निर्देश दिए। शिकायतकर्ताओं द्वारा शिकायत की गई की शीशमबाड़ा एवं भानियावाला में भूमि अधिग्रहण उपरांत मुआवजा नहीं मिला, जिस पर जिलाधिकारी ने विशेष भूमि अघ्याप्ति अधिकारी को निर्देश दिए। इसी प्रकार मारपीट परिजनों द्वारा मारपीट की शिकायत पर पुलिस अधीक्षक क्राइम को कार्यवाही के निर्देश दिए।