उत्तराखंड में जंगलों की आग पर काबू पाने की कोशिशें जारी हैं, इस कड़ी में प्रमुख सचिव वन आरके सुधांशु ने अहम आदेश जारी करते हुए न केवल वन कर्मियों की छुट्टियों पर अगले आदेश तक रोक लगाने के निर्देश दिए हैं बल्कि वनों की आग पर रोकथाम के लिए जरूरी कदम उठाए जाने के लिए कहा है। प्रमुख सचिव वन आरके सुधांशु ने पांच बिंदुओं में जारी इन निर्देशों के तहत आदेशों का अनिवार्य रूप से पालन करने के लिए कहा है।
1. वर्तमान वनाग्नि सत्र के दौरान वन विभाग, उत्तराखण्ड के किसी भी अधिकारी/ कर्मचारी को किसी भी प्रकार का अवकाश (विशेष परिस्थितियों को छोड़कर) स्वीकृत न किया जाय ।
2. वनाग्नि नियन्त्रण में लापरवाही पाये जाने पर संबंधित वनाधिकारियों / फील्ड अधिकारियों / कर्मचारियों की जिम्मेदारी निर्धारित करते हुए कड़ी कार्यवाही सुनिश्चित की जाय।
3. अति संवेदनशील / संवेदनशील वन प्रभागों के प्रत्येक क्रू-स्टेशनों पर क्रू-टीमों को आवश्यक उपकरणों / सामग्री सहित 24X7 तैनात करने की कार्यवाही सुनिश्चित की जाय। यह भी सुनिश्चित की जाय कि किसी भी क्रू-स्टेशन पर ह्यूमन रिसोर्स / आवश्यक उपकरणों की कोई कमी न रहे।
4. वनाग्नि नियंत्रण / प्रबन्धन हेतु स्थानीय जन समुदाय का सक्रिय सहयोग प्राप्त करने हेतु अधिकाधिक संख्या में वृहद् प्रचार-प्रसार / बैठकें आदि कार्यक्रम संचालित किये जाय तथा स्थानीय स्कूलों / कॉलेजों में भी छात्र/छात्राओं को वनाग्नि रोकथाम हेतु जागरूकता / प्रचार-प्रसार कार्यक्रम आयोजित कराये जाय।
5. वनाग्नि की रोकथाम एवं प्रभावी नियन्त्रण हेतु विभिन्न स्तरों से पूर्व में निर्गत दिशा-निर्देशों का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित किया जाय।
प्रमुख सचिव वन के इन्ही निर्देशों के क्रम में प्रमुख वन संरक्षक हॉफ अनूप मलिक ने भी विभाग में वनाग्नि को लेकर सभी निर्देशों का पालन करने से जुड़ा पत्र जारी किया है। इसमें मुख्य रूप से अगले 15 दिनों तक छुट्टी पर ना जाने के लिए कहा गया है साथ ही शरारती तत्वों से कड़ाई के साथ निपटने के निर्देश दिए गए हैं।