उत्तराखंड में त्रिवेंद्र सरकार के दौरान मंत्रियों के अपमान के कई मामले सामने आते रहे लेकिन अब तीरथ सिंह रावत की सरकार में भी मंत्रियों के अपमान का सिलसिला शुरू हो गया है। मामला पंचायती राज विभाग से जुड़ा है जहां मंत्री के अपमान में कोई कसर नहीं छोड़ी गई है। हालत यह है कि अधिकारी पंचायती राज मंत्री अरविंद पांडे को गंभीरता से ले ही नहीं रहे। यह सब बातें इसलिए कहीं जा सकती है क्योंकि पंचायती राज विभाग से जुड़े एक विज्ञापन में विभागीय मंत्री को भी दरकिनार कर दिया गया। हैरानी की बात यह है कि जिस विज्ञापन में लाखों खर्च कर दिए गए उसमें विभागीय मंत्री के प्रचार को ही भुला दिया गया। या कहे कि जानबूझकर पंचायती राज मंत्री अरविंद पांडे की फोटो ही नहीं लगाई गई। खास बात यह है कि अरविंद पांडे के अपमान से जुड़े इस मामले में विभाग के बड़े अधिकारी भी सवालों के घेरे में हैं। इस प्रकरण को लेकर अब देखना होगा कि मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत अधिकारियों पर कोई कार्यवाही करते हैं या फिर त्रिवेंद्र सरकार की तरह ही तीरथ सिंह रावत भी मंत्री के अपमान पर आंखे मूंद लेते हैं।
*हिलखंड*
*खाली बैठे अधिकारियों को दी गयी जिम्मेदारी, वन विभाग में नही हुए तबादले-हरक सिंह -*
खाली बैठे अधिकारियों को दी गयी जिम्मेदारी, वन विभाग में नही हुए तबादले-हरक सिंह