जम्मू कश्मीर के गुलमर्ग में हिमस्खलन के चलते लापता हुए शहीद राजेंद्र नेगी का पार्थिव शरीर आज देहरादून में उनके अम्बीवाला घर पर पहुंचा.. शहीद के अंतिम दर्शनों के लिए न केवल परिजन और रिश्तेदार यहां मौजूद रहे बल्कि स्थानीय लोगों का जनसैलाब भी यहां उमड़ पड़ा शहीद के जयकारों के साथ सभी ने शहीद को अंतिम विदाई दी। संवेदनाओं से भरे इस पल में शहीद राजेंद्र नेगी की बड़ी बेटी अंजलि बोली कि वह भी सेना में ही जाना चाहती है और देश की सेवा करना चाहती है राजेंद्र की पत्नी ने भी इस दौरान देश की सेवा के दौरान अपने पति की शहादत पर गर्व होने की बात कही। आपको बता दें कि शहीद राजेंद्र हिमस्खलन के चलते लापता हुए थे जिसके बाद करीब 8 महीने बाद उनके पार्थिव शरीर को ढूंढकर उनके घर भेजा गया है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भी शहीद के घर पहुंच कर उन्हें पुष्प अर्पित किए इस दौरान मुख्यमंत्री ने शहीद की पत्नी को सरकारी नौकरी देने की बात कही।