उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मुख्य मीडिया समन्वयक राजीव महर्षि ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने चुनावी दौरे से प्रदेश की जनता को बेहद निराश किया है। योगी कानून के राज की बात करते हैं लेकिन उत्तराखंड के जघन्य अंकिता भंडारी हत्याकांड पर उनके मुंह से एक शब्द न फूटना यह सिद्ध करता है कि भाजपा का बेटियों की अस्मिता और सुरक्षा से कोई सरोकार नहीं है। उन्होंने कहा कि अंकिता भंडारी की हत्या योगी की जन्मभूमि में हुई थी और भाजपा के दर्जा राज्य मंत्री का बेटा इस मामले में मुख्य अभियुक्त है लेकिन हत्याकांड के सबब माने जा रहे उस वीआईपी पर आज तक हाथ नहीं डाला गया है। इससे भाजपा की कथनी और करनी का भेद खुल जाता है।
राजीव महर्षि ने कहा कि प्रदेश के लोगों को उम्मीद थी कि योगी जरूर नैतिकता के नाते अंकिता भंडारी मामले में जरूर कुछ कहेंगे लेकिन भाजपा के अन्य नेताओं की तरह उन्होंने भी इस मामले में चुप्पी साध कर साफ कर दिया कि पार्टी की इस मामले में अंकिता की मां के आंसुओं से कोई सहानुभूति नहीं है।
महर्षि ने कहा कि कांग्रेस एकमात्र पार्टी है जो हत्याकांड के पहले दिन से अपराधियों को कड़ी सजा दिलाने की मांग करती आ रही है। लेकिन सत्तारूढ़ भाजपा अहंकार में मानवीय संवेदनाओं को भी त्याग चुकी है। कांग्रेस अगर इस मामले को न उठाती तो शायद यह मामला रफा दफा हो चुका होता। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड की बेटी अंकिता की मां आज भी चीख चीख कर उस वीआईपी को पकड़ने की गुहार लगा रही है, जिसकी वजह से अंकिता की जान गई, लेकिन बेशर्म भाजपा कानून का आदर करने के बजाय मुद्दे से लोगों का ध्यान भटकाने में ही व्यस्त है। कम से कम योगी आदित्यनाथ जी को इस मामले में साहस दिखाना चाहिए था, ताकि आरोपी वीआईपी सलाखों के पीछे डाला जा सके किंतु उन्होंने इस मामले में एक शब्द तक नहीं कहा, जिससे लोगों को निराशा हुई है।
महर्षि ने कहा कि भाजपा के वादों पर लोगों को कोई भरोसा नहीं है क्योंकि भाजपा के पिछले 10 वर्ष के कार्यकाल को देखकर सबका मन खिन्न हो गया है। भाजपा देश को कहां ले जाना चाहती है, यह भी स्पष्ट नहीं है। महर्षि ने कहा कि अंकिता हत्याकांड उत्तराखंड के मान सम्मान और अस्मिता का विषय है। भाजपा को अंकिता के परिवार को न्याय न देने के कारण जनता उसे कड़ी सजा देगी। प्रदेश के लोग 19 अप्रैल को अपने वोट से भाजपा को निश्चित रूप से सबक सिखाएंगे।