उत्तराखंड विधानसभा से बड़ी खबर आई है, खबर है कि विधानसभा में भाजपा के विधायक पूरन सिंह फर्त्याल ने अपनी ही सरकार में नियम 58 के तहत कार्य स्थगन प्रस्ताव पेश किया है। उत्तराखंड के इतिहास में यह पहला मामला है जब सरकार का ही कोई विधायक नियम 58 के तहत कार्य स्थगन प्रस्ताव लाया है। दरअसल टनकपुर जौलजीबी मोटर मार्ग निर्माण में फर्जी प्रमाणपत्रों के आधार पर टेंडर लेने के मामले को विधायक पूरन सिंह फर्त्याल लंबे समय से प्रकाश में ला रहे हैं। विधायक पूरन सिंह फर्त्याल का दावा है कि इस टेंडर में बड़ा भ्रष्टाचार हुआ है और इस मामले को मुख्यमंत्री के सामने रखने के बावजूद भी इस पर कार्यवाही नहीं की जा रही है। भाजपा विधायक के इस तरह कार्य स्थगन लाने से विपक्षी दल भी सरकार पर हमलावर दिखा और कांग्रेस के विधायकों ने इस मामले का जिक्र करते हुए कहा कि उत्तराखंड के इतिहास में पहली बार हुआ है जब भ्रष्टाचार के मामले में सरकार का ही कोई विधायक विधानसभा में कार्य स्थगन प्रस्ताव लाया हो।