टिहरी जनपद के धनोल्टी विधानसभा में भाजपा ने निर्दलीय विधायक प्रीतम सिंह पंवार को पार्टी में शामिल तो कर लिया लेकिन उनकी यह जॉइनिंग भाजपा के लिए इस विधानसभा सीट पर बड़ी गुटबाजी खड़ी कर रही है… अब यह तय हो गया है कि प्रीतम सिंह पंवार धनोल्टी विधानसभा में ही चुनाव लड़ने जा रहे हैं लिहाजा इस सीट पर भाजपा के टिकट पर प्रीतम सिंह पंवार के चुनाव लड़ने से उन भाजपाई दावेदारों का पत्ता कटना तय हो गया है जो पिछले लंबे समय से इस सीट के लिए तैयारी कर रहे थे… इसमें सबसे दुखदाई पल महावीर रांगड़ के लिए है जो न केवल इस सीट पर विधायक रह चुके हैं बल्कि 2017 के विधानसभा चुनाव में विधायक होने के बावजूद भी अपना टिकट पार्टी द्वारा काटे जाने का दंश झेल चुके हैं। उधर इस सीट पर भाजपा प्रत्याशी के 2017 में हारे जाने के बाद उन्हें उम्मीद थी कि शायद इस बार भाजपा अपनी गलती को समझेगी और उन्हें टिकट देगी लेकिन भाजपा ने ऐसा खेल खेला जो किसी ने सोचा भी नहीं था। भाजपा ने मौजूदा विधायक प्रीतम सिंह पंवार को ही भाजपा में शामिल कर लिया। पार्टी के इस कदम से पूर्व विधायक महावीर सिंह रांगड़ बताए जा रहे हैं। उधर खबर यह भी है कि महावीर सिंह ने इस सीट पर चुनाव हर हालत में लड़ने का फैसला कर लिया है। यानी महावीर सिंह इस सीट से निर्दलीय ताल ठोंक सकते हैं ऐसा हुआ तो भाजपा के लिए मुश्किलें बेहद ज्यादा बढ़ जाएंगी। एक तरफ इस सीट से विधायक के दावेदार पहले ही प्रीतम सिंह पवार के खिलाफ माहौल बना सकते हैं वही महावीर सिंह के लड़ने से प्रीतम सिंह पंवार को बड़ा नुकसान हो सकता है।
एक बार बड़ी बात यह है कि कांग्रेस के किस चीज से सबसे प्रबल दावेदार जोत सिंह बिष्ट ने भी अपनी तैयारियां काफी पहले से ही शुरू कर दी थी, बताया जा रहा है कि उन्होंने धनोल्टी विधानसभा में न केवल थौलधार ब्लॉक बल्कि जौनपुर ब्लाक में भी अच्छी खासी पकड़ बना ली है। यही नहीं उन्होंने विधानसभा के तमाम क्षेत्रों में अपने और गांव गांव जाकर मिलने वाले भ्रमण कार्यक्रम के जरिए एक मजबूत चक्रव्यूह भी तैयार कर लिया है। ऐसे में भाजपा के अंदर की गुटबाजी और प्रीतम सिंह पंवार के खिलाफ धन का माहौल भाजपा का खेल बिगाड़ सकता है।
*हिलखंड*
*सहायक लेखाकार परीक्षा सफलतापूर्वक सम्पन्न, 662 पदों के लिए ऑनलाइन आयोजित की गई परीक्षा -*
सहायक लेखाकार परीक्षा सफलतापूर्वक सम्पन्न, 662 पदों के लिए ऑनलाइन आयोजित की गई परीक्षा