उत्तराखंड में पुलिस कर्मियों के विरोध को महकमा नहीं संभाल पा रहा है, शायद यही कारण है कि पुलिसकर्मियों के परिजन अब सड़क पर उतर आए हैं लेकिन पुलिस कर्मियों की मांगों पर ना तो अब तक कोई फैसला हो पाया है और ना ही पुलिसकर्मियों को पुलिस विभाग समझाने में कामयाब हो पाया है। वैसे आपको बता दें कि पुलिसकर्मियों के ग्रेड पे के मामले में एक मंत्रिमंडलीय उप समिति का गठन किया गया था जिसमें सुबोध उनियाल की अध्यक्षता में कमेटी को अपनी रिपोर्ट देनी थी लेकिन अब तक यह रिपोर्ट कैबिनेट में नहीं आ पाई है लिहाजा इस मामले में फिलहाल कोई निर्णय होने की भी उम्मीद नहीं है। इस दौरान पुलिस मुख्यालय की तरफ से पुलिसकर्मियों को समझाने की कोशिश तो की गई लेकिन यह रणनीति और कोशिश कामयाब नहीं हो पाई, राज्य में यह दूसरी बार है जब इस तरह से पुलिसकर्मियों के परिजन सड़कों पर उतर आए हैं। जाहिर है कि इससे पुलिस में अनुशासन को लेकर दिक्कतें आएंगी और आने वाले दिनों में पुलिसकर्मी कोई बड़ा कदम भी उठा सकते हैं।