उत्तराखंड शिक्षा विभाग जल्द ही खंड शिक्षा अधिकारी दमयंती रावत पर बड़ी कार्यवाही करने की तैयारी कर रहा है, वैसे तो दमयंती रावत पर कार्रवाई को लेकर पहले भी कई बार फाइलें शासन में आगे बढ़ी हैं, लेकिन इस बार मामला 200000000 की वित्तीय अनियमितता का है लिहाजा इस मामले को शासन ज्यादा गंभीरता से ले रहा है। वह बात अलग है कि जिन 2000000 का जिक्र हो रहा है वह पहले ही विभाग को वापस मिल चुके है। क्योंकि मामला भाजपा की पिछली सरकार का है लिहाजा सरकार भी इस मामले पर खूब-खूब कर कदम रख रही है ऐसा इसलिए भी क्योंकि दमयंती रावत पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत की करीबी मानी जाती रही है और हरक सिंह रावत के श्रम मंत्री रहते हुए ही कोटद्वार मेडिकल कॉलेज के लिए ₹200000000 निर्माण एजेंसी को ट्रांसफर किए गए थे। हालांकि दमयंती रावत ने कर्मकार कल्याण बोर्ड की सचिव रहते हुए यह पैसा कर्मचारी राज्य बीमा निगम को ऋण के रूप में ट्रांसफर करवाया था।
दमयंती रावत पर पहले भी शिक्षा विभाग में बिना एनओसी के दूसरे विभागों में नियुक्ति लेने के आरोप रहे हैं और इस पर खूब राजनीतिक उठापटक भी रही है। लेकिन इस बार राजनीतिक रूप से संरक्षण की गुंजाइश कम है लिहाजा शासन की तरफ से कार्यवाही की संभावना अधिक बढ़ गई है।
इस मामले में नया अपडेट यह है कि पिछले लंबे समय से चली आ रही जांच अब पूरी हो चुकी है और नियमों की अनदेखी का मामला भी दमयंती रावत पर बनता हुआ दिखाई दे रहा है लिहाजा जांच प्रक्रिया का अंतिम आकलन करने के बाद मामले में संभवता कार्यवाही की जाएगी।