उत्तराखंड में अवैध धार्मिक निर्माण के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गंभीरता दिखाई तो इसका असर पूरे प्रदेश के अतिक्रमित क्षेत्रों में भी दिखाई देने लगा है। बड़ी बात यह है कि शासन की तरफ से आई एफ एस अधिकारी डॉक्टर पराग मधुकर धकाते को नोडल अफसर के रूप में इसकी जिम्मेदारी दी गई और इस जिम्मेदारी के मिलने के बाद ना केवल प्रदेशभर के ऐसे अवैध धार्मिक स्थलों का चिन्हीकरण किया गया बल्कि इनको तोड़ने का काम भी तेजी से आगे बढ़ाया गया। जाहिर है कि मामला धार्मिक निर्माण से जुड़ा होने के कारण बुलडोजर का मुंह इन स्थलों की तरफ करना काफी मुश्किल था लेकिन मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की गंभीरता और नोडल अफसर की सख्ती के कारण प्रदेशभर से ऐसे निर्माण हटाए जाने की खबरें मिल रही है है।
हटाए गए अवैध धार्मिक निर्माण के आंकड़ों पर गौर करें तो राज्य में आज कुल 20 अवैध मजारे हटाई गई इस तरह राज्य में अब तक 334 अवैध मजारी हटाई जा चुकी है उधर 33 मंदिर भी हटाए गए हैं।