जान खतरे में डाल जंगल की आग बुझाने पहुंचे वन मंत्री, वनाग्नि पर ग्रामीणों और वनकर्मियों को बड़ा संदेश देने वाला सराहनीय कदम

उत्तराखंड में वनों की आग जिस तेज़ी से धधक रही है…ग्रामीण, वन विभाग और सरकार की चिंताएं भी उसी तेजी से बढ़ रही है। यूं तो इसके लिए हर संभव प्रयास वन महकमा और सरकार की तरफ से किए जा रहे हैं… लेकिन आज वन मंत्री हरक सिंह रावत ने जंगलों की आग को रोकने को लेकर एक ऐसा संदेश दिया है जो न केवल ग्रामीणों को आग की घटनाओं को लेकर जागरूक करेगा बल्कि आग को बुझाने में जुटे वन कर्मी और प्रशासन के कर्मचारियों में भी उत्साह भरने का काम करेगा। दरअसल वन मंत्री हरक सिंह रावत ने आज श्रीनगर से पौड़ी जाते समय रास्ते में दुग्ध डेयरी के पास जंगलों में आग धधकती देखी…

 

आग की इस घटना को देखकर वन मंत्री फौरन हरकत में आ गए और उन्होंने अपनी गाड़ी रुकवा कर आग लगे जंगलों में घुसना शुरू कर दिया। हैरानी की बात यह है कि वन मंत्री ने आग की चिंता किए बिना अपनी जान खतरे में डालकर पेड़ की पत्तियों से आग को बुझाना शुरू कर दिया। इस दौरान उनका स्टाफ भी जंगल में लगी आग को बुझाने लगा। स्थानीय वन विभाग के अधिकारियों को भी इसकी जानकारी दी गई.. हालांकि करीब पौने 2 घंटे तक वन मंत्री जंगल में आग बुझाते रहें… और इसके बाद वन विभाग के अधिकारी कर्मचारी भी यहां पर पहुंच गए। राहत की बात यह रही कि बिना किसी नुकसान के इस पूरे क्षेत्र में लगी आग को बुझा दिया गया। लेकिन वन मंत्री हरक सिंह रावत के इस तरह मैदान में खुद उतरने और आग की घटना दिखने पर खुद मोर्चा संभालने के बाद पूरे प्रदेश में इसको लेकर एक बड़ा संदेश दिया है। यह संदेश ग्रामीणों को जागरूक करने वाला है और इस काम में जुटे कर्मियों को उत्साह से लबरेज करने वाला भी है। एक मंत्री का इस तरह गंभीर विषय पर संवेदनशीलता दिखाना और खुद इस तरह मोर्चा संभालना एक सराहनीय कदम है जिसके लिए हिलखंड उन्हें सलाम करता है।

*हिलखंड*

*हिमालयन हॉस्पिटल में उत्तराखंड का पहला ट्रू-बीम रेडिएशन सेंटर का शुभारंभ -*

 

 

हिमालयन हॉस्पिटल में उत्तराखंड का पहला ट्रू-बीम रेडिएशन सेंटर का शुभारंभ

 

 

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