उत्तराखंड शिक्षा विभाग में दो अफसर के बीच एक कमरे को लेकर विवाद की खबर है। चर्चाएं हैं कि शिक्षा निदेशालय देहरादून में प्रभारी संयुक्त निदेशक मुकुल सती के कमरे को लेकर यह पूरा विवाद हुआ और इसके बाद दोनों अफसर की आपसी बातचीत के बाद जाकर विवाद को खत्म किया गया। इन चर्चाओं का यह असर रहा की तमाम मीडिया संस्थानों ने इस खबर को प्रमुखता से भी प्रसारित किया। बड़ी बात यह है कि शिक्षा विभाग में अफसर के बीच तालमेल की पोल भी इस पूरे घटनाक्रम ने खोल दी। यह विवाद तब शुरू हुआ जब पौड़ी के पूर्व सीईओ आनंद भारद्वाज का तबादला देहरादून मुख्यालय में माध्यमिक संयुक्त निदेशक के रूप में किया गया। बताया गया कि इसके बाद शिक्षा निदेशालय आनंद भारद्वाज पहुंचे और सीधे मुकुल सती के कमरे में जा बैठे। खबर तो यहां तक लिखी गई कि आनंद भारद्वाज के कमरे में बैठने के बाद मुकुल सती की नेम प्लेट भी कमरे के बाहर से हटा दी गई हालांकि विभाग के अफसरों ने इस जानकारी को गलत बताया है।
इस पूरे प्रकरण से शिक्षा विभाग में अधिकारियों के आपसी तालमेल की पोल तो खुली ही है साथ ही निदेशालय स्तर पर व्यवस्थाओ की बदहाली भी साफ सामने आई है।