उत्तराखंड के युवाओं के रोजगार से खिलवाड़ करने वाले लोगों पर सीएम धामी की सख्ती मुसीबत बनने जा रही है। इसी के तहत डोईवाला में पहला मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। दरअसल नर्सिंग भर्ती के दौरान फर्जी स्थाई निवास प्रमाण पत्र बनाए जाने का मामला सामने आया था। जिसके बाद प्राथमिक जांच में इस बात की सत्यता भी पाई गई थी। उत्तराखंड के युवाओं के रोजगार में इस तरह धांधली को सीएम धामी ने गंभीरता से लिया। नतीजतन मुख्यमंत्री ने मामले में जांच के आदेश दिए थे और गड़बड़ी करने वालों पर कठोर कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए थे।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशों के बाद प्रशासन नींद से जागा और इस पर कार्रवाई शुरू कर दी गई। मामले में अब फर्जी स्थाई निवास प्रमाण पत्र को लेकर पहला मुकदमा दर्ज करवाया गया है। हालांकि अभी ऐसे कई लोग हैं जो कार्रवाई की जद में आ सकते हैं। इसमें गलत प्रमाण पत्र बनाने वाले लोगों से लेकर अधिकारी भी कार्रवाई की जद में होंगे।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जांच के आदेश देने के दौरान ये स्पष्ट कर दिया कि उत्तराखंड के युवाओं के साथ इस तरह खिलवाड़ बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। गलती किसी की भी हो, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।