राजनीति में नेताओं के खिलाफ षड्यंत्र कोई नई बात नहीं है, कई बार राजनेता एक दूसरे को कमजोर करने के लिए कई तरह की रणनीति पर काम करते हैं। भाजपा में शामिल होने के बाद हरक सिंह रावत के खिलाफ भी कुछ ऐसे ही षड्यंत्र किए गए। पार्टी में शामिल होते ही उन्हें काम करने से कुछ लोगों ने रोका। यही नही उन्हें कमजोर करने के लिए भी सरकार आने के बाद कई षड्यंत्र किए गए। यह सब बातें खुद कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत ने कही है। भाजपा में त्रिवेंद्र सरकार के दौरान हरक सिंह रावत के कामों को जानबूझकर उलझाया गया साथ ही उन्हें राजनीतिक रूप से बदनाम करने और फसाने की भी कोशिश की गई। इसके लिए हरक सिंह रावत सीधे तौर पर त्रिवेंद्र सिंह रावत को दोषी मानते हैं। इस पूरे षडयंत्र में शमशेर सिंह सत्याल का इस्तेमाल त्रिवेंद्र सिंह रावत ने किया… अपने खिलाफ हो रही राजनीति से क्षुब्ध हरक सिंह रावत ने इन बातों को दोहराया। हरक सिंह रावत ने कहा कि उन्हें सीधी और दो टूक राजनीति करना पसंद है लेकिन उनके खिलाफ षड्यंत्र करते हुए उन्हें काम करने से रोका जा रहा है।
इस दौरान हरक सिंह रावत ने कहा कि त्रिवेंद्र सिंह रावत भले ही मुख्यमंत्री बन गए हो लेकिन हकीकत में उनका अनुभव कुछ भी नहीं है। वे उनसे जूनियर रहे हैं और 2017 के चुनाव तक तो त्रिवेंद्र सिंह का कहीं नाम भी नहीं था। उन्होंने कहा कि वे भाजपा में है और भाजपा के लिए ही काम कर रहे हैं लेकिन जब भी पार्टी छोड़ने का मन बनाएंगे तो उन्हें कोई नहीं रोक पाएगा।
*हिलखंड*
*उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण को लेकर आज की रिपोर्ट -*