उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव 2022 का मतदान खत्म होने के बाद अब विधानसभा सीटों पर जीत को लेकर गुणा भाग तेज हो गया है इस कड़ी में राष्ट्रीय दल भी सरकार बनाने के लिए अपनी सीटों का आकलन करने में जुटे हुए हैं। कांग्रेस से लेकर भाजपा कार्यालय तक पार्टी के नेता हर सीट पर आकलन करते हुए कुल बहुमत का अंदाजा भी लगा रहे हैं। खास बात यह है कि कांग्रेस भवन में कांग्रेसी सीटों के आकलन के दौरान देवप्रयाग सीट को अपने खाते में नही गिन रहे हैं, जबकि कुल मिलाकर कांग्रेस के नेता प्रदेश में पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाने का दावा कर रहे हैं। बावजूद इसके अधिकतर कांग्रेस के नेता देवप्रयाग सीट का आकलन करते हुए यह सीट उत्तराखंड क्रांति दल को देते हुए नजर आ रहे हैं। यह स्थिति केवल कांग्रेस की नहीं है बल्कि भाजपा में भी मतदान खत्म होने के बाद से ही पार्टी नेता आपस में चुनावी गणित पर चर्चा करते हुए दिखाई दे रहे हैं। इस दौरान भाजपा के देता कार्यकर्ताओं की तरफ से भी देवप्रयाग सीट पर आकलन किया जा रहा है खास बात यह है कि भाजपा नेता कार्यकर्ता भी अलग-अलग सीटों को गिनते समय देवप्रयाग सीट को अपने खाते में नहीं मान रहे हैं। हालांकि यह भी भाजपा के नेता प्रदेशभर की सीटों को गिरते हुए पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाने का दावा कर रहे हैं। लेकिन अधिकतर आकलन में दोनों ही पार्टियों के नेता और कार्यकर्ता आपसी चर्चा के दौरान देवप्रयाग सीट को उत्तराखंड क्रांति दल द्वारा जीते जाने के लिए सहमत से दिखाई दे रहे हैं।
हालांकि चुनाव परिणाम 10 मार्च को सामने आएगे लेकिन जिस तरह दोनों ही दल अपने चुनावी गुणा भाग में इस सीट को हल्का बन रहे हैं उसने उत्तराखंड क्रांति दल प्रत्याशी दिवाकर भट्ट की जीत को और आश्वस्त कर दिया है। ऐसे भी देखना होगा कि 10 मार्च को प्रदेशभर के साथ देवप्रयाग विधानसभा सीट पर क्या परिणाम सामने आते हैं।