तो क्या मंत्री पद के लालच में भाजपा में रुके उमेश शर्मा काऊ

उमेश शर्मा काऊ को लेकर इन दोनों उत्तराखंड में कई चर्चाएं हैं कहा तो यहां तक जा रहा है कि उमेश शर्मा काऊ कांग्रेस के खेमे में शामिल होने के लिए चले भी गए थे लेकिन इस दौरान ऐसा घटनाक्रम हुआ कि कोई भी सुनेगा तो हैरान रह जाएगा।

चर्चा है कि उमेश शर्मा काऊ राहुल गांधी से मिलने के लिए पहुंच गए थे इस दौरान राहुल गांधी थोड़ा देरी से आए और इससे पहले ही भाजपाइयों के फोन उमेश शर्मा काऊ को आने शुरू हो गए, उमेश शर्मा काऊ है भाजपाई नेताओं से बात की और इसके बाद में वहां से निकलकर सीधे अनिल बलूनी के कार्यालय जा पहुंचे, अनिल बलूनी के साथ उमेश शर्मा काऊ की एक फोटो भी पिछले 24 घंटे से वायरल हो रही है। इन बातों को उमेश शर्मा काऊ नकार रहे हैं, लेकिन पार्टी के कुछ बड़े नेता इस चर्चा को कर रहे हैं।

अब सवाल यह है कि आखिरकार उमेश शर्मा काऊ यदि कांग्रेस में शामिल होने ही वाले थे तो ऐसा क्या हुआ कि वह वापस भाजपा में ही रुक गए, तो इसको लेकर भी चर्चा यह है कि उमेश शर्मा काऊ से अनिल बलूनी की बातचीत हुई है और अब उमेश शर्मा काऊ को कुछ महीने के लिए ही सही लेकिन यशपाल आर्य के जाने के बाद खाली हुए मंत्री पद की जिम्मेदारी दी जा सकती है। ऐसा है तो उमेश शर्मा काऊ का राज्य में कद और भी बढ़ जाएगा। बस यही वह बात है जिसके कारण उमेश शर्मा काऊ के भाजपा में रुकने की बात कही जा रही है।

कांग्रेस के कुछ नेता भी इस बात की पुष्टि कर रहे हैं कि उमेश शर्मा काऊ कांग्रेस में शामिल होने ही वाले थे लेकिन अचानक वह कांग्रेस में शामिल होने की जगह भाजपा में वापस चले गए।

 

*हिलखंड*

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