उत्तराखंड में कांग्रेस की करारी हार के बाद प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने तो इस्तीफा दे दिया है लेकिन अब गुपचुप रूप से प्रदेश प्रभारी और नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारियों पर भी सवाल उठने लगे हैं। पार्टी का ही एक खेमा कह रहा है कि जब चुनाव सामूहिक जिम्मेदारी के तहत लड़ा गया तो ऐसे में केवल प्रदेश अध्यक्ष का ही इस्तीफा क्यों लिया गया इन्हीं स्थितियों में प्रदेश प्रभारी और नेता प्रतिपक्ष की क्या कोई जिम्मेदारी नहीं थी। यही नहीं पार्टी के कार्यकारी अध्यक्षों के इस्तीफे की भी मांग की जा रही है।
आपको बता दें कि हाल ही में अविनाश पांडे को उत्तराखंड का पर्यवेक्षक बनाया गया है और अब वे जल्द ही उत्तराखंड आकर हार के कारणों की समीक्षा करेगी साथ ही नेता प्रतिपक्ष और प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव को लेकर भी फीडबैक लेंगे। माना जा रहा है कि समीक्षा बैठक के दौरान इस मामले को लेकर काफी हंगामा हो सकता है।