उत्तराखंड विधानसभा सत्र के दूसरे दिन आज सदन में कांग्रेस के चकराता से विधायक प्रीतम सिंह ने बजट सत्र के दौरान कांग्रेसी विधायकों के निलंबन के मामले को उठाया और इस फैसले को नियमों के खिलाफ बताया। इस दौरान कांग्रेस विधायक प्रीतम सिंह राज्यसभा से लेकर लोकसभा तक के उदाहरण भी दिए इसमें कहा गया कि जब भी विधानसभा अध्यक्ष की तरफ से निलंबन किया जाता है तो उक्त सदस्य के नाम को इंगित किया जाता है इसके अलावा संसदीय कार्य मंत्री की तरफ से उसको लेकर प्रस्ताव भी लाया जाता है जो कि बजट सत्र के दौरान नहीं किया गया।
कांग्रेस विधायक प्रीतम सिंह के इन तर्कों के आधार पर विधानसभा अध्यक्ष रितु खंडूरी ने बजट सत्र के दौरान कांग्रेस के 15 विधायकों को निलंबित किए जाने के निर्णय को वापस लेते हुए उन निर्देशों को निरस्त कर दिया है।