उत्तराखंड में भाजपा के विधायक दिलीप रावत ने अपनी ही पार्टी के मंत्री के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है आपको बता दें कि दिलीप रावत भाजपा के लैंसडाउन से विधायक हैं और इस सीट पर भाजपा के वर्चस्व को लेकर हमेशा चिंतित दिखाई दिए हैं। दरअसल हरक सिंह रावत की बहू अनुकृति लैंसडाउन विधानसभा की रहने वाली हैं और वह वहां पर अपने एनजीओ के जरिए काम करती रही है, लिहाजा अनुकृति के इस काम को उनकी विधानसभा तैयारी के रूप में देखा जाता रहा है और इसी से दिलीप रावत की चिंताएं बेहद ज्यादा बढ़ गई हैं।
इस बार दिलीप रावत ने हरक सिंह रावत के खिलाफ बयान देते हुए कहा कि जो लोग परिवार के लिए टिकट मांगते हैं वह पार्टी में अनुशासनहीनता में आता है भाजपा जैसी पार्टी में भाई भतीजावाद नहीं चलता है। यही नहीं भाजपा को ऐसे नेताओं का संज्ञान लेने की बात भी उन्होंने कही। जबकि ऐसे नेताओं को पार्टी से बाहर करने तक की भी दिलीप रावत ने बात कही। विधायक दिलीप रावत ने कहा कि जो लोग अपने 10 से 12 सीटों पर वर्चस्व होने की बात कहते हैं उन्हें अपनी खुद की पार्टी बना लेनी चाहिए। दिलीप रावत का यह हमला हरक सिंह रावत के उस बयान पर था जिस जिस पर उन्होंने कहा था कि वह प्रदेश की कई सीटें हैं जहां से जीत सकते हैं।
दिलीप रावत के इस बयान के बाद तय है कि भाजपा के अंदर आपसी बयान बाजी तेज होगी और इसका पार्टी को नुकसान भी हो सकता है।