मुख्य सचिव की जिम्मेदारी मिलने के बाद से ही सीएस ओमप्रकाश फूल फॉर्म में दिखाई दे रहे हैं.. कभी वो अधिकारियों को विकास कार्यों पर लापरवाही के चलते कसते नजर आते हैं, तो कभी जनप्रतिनिधियों का सम्मान करने की सलाह देकर मर्यादाओं का ज्ञान देते हुए नजर आते हैं.. इस बार मुख्य सचिव ओमप्रकाश केदारनाथ में निर्माण कार्यों के स्थलीय निरीक्षण को लेकर चर्चाओं में हैं.. आपको बता दें कि मुख्य सचिव ओमप्रकाश और पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने आज केदारनाथ धाम में निर्माण कार्यो का स्थलीय निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने शंकराचार्य समाधि, दिव्य शिला से समाधि तक का मार्ग, हेलीपैड, सरस्वती और मंदाकिनी घाट से जुड़े निर्माण कार्यों को भी देखा। निरीक्षण के दौरान मुख्य सचिव ओमप्रकाश ने कार्यदाई संस्थाओं को काम तेज करने और गुणवत्ता परक कामों को आगे बढ़ाने के निर्देश दिए, आपको बता दें कि शंकराचार्य समाधि में चार दिवारी और मंडल वाल का निर्माण किया जाना है.. इस संबंध में अधिकारियों को 31 दिसंबर तक समाधि और पैसेज को हर हाल में पूरा करने के भी निर्देश दिए गए हैं.. मुख्य सचिव डे इन कामों का निरीक्षण करने के बाद अधिकारियों को समय बद्ध तरीके से काम करने के निर्देश देते हुए, सभी कामों की डेडलाइन भी तय की।
फुल फॉर्म में मुख्यसचिव ओमप्रकाश, केदारनाथ पहुंचकर जाना निर्माण कार्यों का हाल
मुख्य सचिव ओमप्रकाश जिस तरह से काम कर रहे हैं उससे उन लोगों के भी मुंह बंद हुए हैं, जो बतौर मुख्य सचिव उनके नाम का विरोध करते रहे हैं। हालाकिं मुख्य सचिव की सबसे बड़ी चुनौती शासन के वो अधिकारी है जो सचिवालय में एसी कमरों में सिर्फ फाइलों को साइन करने तक ही सीमित रहते हैं। उम्मीद है कि इन कमरों से बाहर अधिकारियों को धरातल तक भेजने में भी ओमप्रकाश सफल हो पाएंगे।