उत्तराखंड में बिजली का संकट दिनोंदिन गहराता जा रहा है। स्थिति यह है कि 4 से ₹5 प्रति यूनिट की बिजली खरीदने वाले ऊर्जा निगम को अब ₹12 प्रति यूनिट पर भी बिजली नहीं मिल रही है। प्रदेश में बिजली कटौती का समय भी पिछले दिनों की तुलना में बढ़ गया है। लेकिन ऊर्जा निगम के अधिकारी है कि अभी सब कुछ ठीक है का ही रटा रटाया जवाब दे रहे हैं। हालांकि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के दरबार में ऊर्जा निगम के इन अधिकारियों का यह जवाब नहीं चल पाया। खबर मिली है कि ऊर्जा की समीक्षा बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने ऊर्जा निगम के अधिकारियों से पहले मौजूदा स्थितियों को लेकर सारी जानकारियां ली, और इसके बाद फिर आगामी एक्शन प्लान के बारे में भी जाना। खबर है कि इस दौरान मुख्यमंत्री ने बिजली को लेकर मौजूदा प्रबंधन पर अपनी नाराजगी जाहिर की।
प्रदेश में बिजली को लेकर अस्थाई व्यवस्था पर भी मुख्यमंत्री ने कड़ी नाराजगी जाहिर की है, बताया गया कि बिजली संकट को लेकर बैकअप प्लान से भी सीएम धामी खुश नहीं नजर आए। अधिकारियों की बिजली संकट पर तैयारियों को इस बात से समझा जा सकता है कि मुख्यमंत्री ने बैठक में ही अगले 24 घंटे के अंदर इसके समाधान के साथ अधिकारियों को दोबारा आने के निर्देश दे दिए। उधर मुख्य सचिव एसएस संधू ने भी अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए। आपको बता दें कि यूपीसीएल और पिटकुल के एमडी अनिल कुमार यादव और संदीप सिंघल बिजली उत्पादन और डिस्ट्रीब्यूशन को लेकर जानकारी दे रहे थे। खास तौर पर यूपीसीएल के एमडी अनिल कुमार यादव से बिजली संकट से जुड़ी जानकारियां ली गई और मौजूदा होमवर्क को लेकर नाराजगी जाहिर करते हुए मुख्यमंत्री ने बिजली संकट पर समाधान रिपोर्ट के साथ दोबारा आने के लिए भी कहा। -सूत्र