देहरादून की रायपुर विधानसभा सीट पर कांग्रेस में एक बड़ा चेहरा उतारकर विधायक उमेश शर्मा काऊ की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। कांग्रेस ने इस सीट पर पूर्व मंत्री हीरा सिंह बिष्ट को चुनाव मैदान में उतारा है। आपको बता दें कि हीरा सिंह बिष्ट पूर्व में परिवहन मंत्री रहे हैं और कांग्रेस सरकार आने पर उनका मंत्री बनना भी करीब-करीब तय है। उधर अब तक इसी पर खुद को मजबूत मान रहे उमेश शर्मा काऊ के लिए हीरा सिंह बिष्ट के मैदान में उतरने से मुश्किलें बढ़ गई हैं। कुछ लोग तो यहां तक कह रहे हैं कि यदि हीरा सिंह बिष्ट इस सीट से विधायक बनते हैं तो उनकी विधानसभा का व्यक्ति सरकार में मंत्री होगा जबकि उमेश शर्मा जीत कर भी महज विधायक ही रह जाएंगे। साफ है कि क्षेत्र में ज्यादा विकास के लिए कुछ लोग हीरा सिंह बिष्ट को मौका देने की बात कह रहे हैं। हालांकि यह आसान नहीं होगा क्योंकि उमेश शर्मा काऊ इस सीट पर लगातार विधायक का चुनाव जीत रहे हैं। लेकिन इस पर भी कुछ लोगों का तर्क है कि अब तक इस सीट से एक कमजोर प्रत्याशी के रूप में कांग्रेस टिकट देती रही है लेकिन इस बार पूर्व मंत्री और मजबूत प्रत्याशी हीरा सिंह बिष्ट को टिकट मिलने के बाद समीकरण बदल जाएंगे।
खबर तो यह भी है कि हीरा सिंह बिष्ट के चुनाव मैदान में उतरने के बाद उमेश शर्मा काऊ से नाराज भाजपा संगठन के रायपुर से जुड़े लोग भी हीरा सिंह बिष्ट के पक्ष में आ गए हैं। ऐसे में विधायक उमेश के सामने मुश्किलें और भी ज्यादा होंगी।
दूसरी तरफ सरकार के खिलाफ लोगों की नाराजगी बेहद ज्यादा है यही नहीं कोरोना काल में क्षेत्र से दूर रहे स्थानीय विधायक उमेश शर्मा से भी कई क्षेत्रों में नाराजगी देखी गई है। इसका भी सीधा फायदा हीरा सिंह बिष्ट को मिल सकता है और चुनावी समीकरण पूरी तरह से बदल सकते हैं। जो भी हो लेकिन यह बात तय है कि इस सीट पर मुकाबला बेहद रोचक होने वाला है और अपने अपने तरीके से प्रत्याशी खुद को वोट देने के तर्क दे रहे हैं और इस बार हीरा सिंह बिष्ट खेमें का तर्क सरकार में मंत्री बनकर इस क्षेत्र का ज्यादा विकास करने से जुड़ा है।