उत्तराखंड कांग्रेस के विधायक दल की बैठक आहूत की जा रही है इस बैठक में प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव के साथ ही पार्टी के तमाम विधायक मौजूद है। बैठक में नेता प्रतिपक्ष को लेकर चिंतित चल रहा है किसको विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष के रूप में अहम जिम्मेदारी दी जाए इसको लेकर चर्चा की जा रही है।
वैसे आपको बता दें कि नेता प्रतिपक्ष को लेकर फिलहाल कई नाम चल रहे हैं इसमें प्रीतम सिंह का नाम शामिल है तो वही बद्रीनाथ से विधायक राजेंद्र भंडारी और धारचूला से विधायक हरीश धामी भी लगातार इस दौड़ में बने हुए हैं।
आपको बता दें कि कल से विधानसभा का सत्र आहूत होना है ऐसे में कांग्रेस सदन के अंदर किसके नेतृत्व में सरकार को घेरेगी यह पार्टी को जल्द से जल्द तय करना होगा। हालांकि इस मामले में प्रीतम सिंह ने बड़ा अजीबोगरीब बयान देकर सबको चौंका दिया है प्रीतम सिंह ने कहा कि कोई भी संवैधानिक बाध्यता नहीं है कि विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष होना ही चाहिए यदि कांग्रेस नेता प्रतिपक्ष से नहीं करना चाहती तो बिना नेता प्रतिपक्ष के भी सदन चल सकता है। सदन के नियमों के लिहाज से तो पीतम सिंह बिल्कुल सही कह रहे थे लेकिन विधानसभा सत्र के दौरान नेता प्रतिपक्ष की भूमिका काफी अहम होती है और सभी विधायकों में समन्वय के लिए नेता प्रतिपक्ष का पद महत्वपूर्ण है यह बात प्रीतम सिंह भी जानते हैं लेकिन इसके बावजूद उन्होंने ऐसा बयान क्यों दिया यह समझ से परे है।