उत्तराखंड में स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को लेकर विभाग के अधिकारी भले ही लाखों दावे कर रहे हो लेकिन हकीकत यह है कि राजधानी देहरादून में आईसीयू और ऑक्सीजन बेड पर आज भी मारामारी बनी हुई है। 2 दिन पहले प्रभारी सचिव स्वास्थ्य पंकज पांडे ने राजधानी में 1500 बेड बढ़ाने का दावा किया था और इसमें ऑक्सीजन और आईसीयू बेड पर्याप्त संख्या में होने की बात कही थी लेकिन वन मंत्री हरक सिंह रावत के भांजे के कोरोना संक्रमित होने के बाद राजधानी में आईसीयू बेड तक नहीं मिल पाया। हालत यह रही कि वन मंत्री हरक सिंह रावत खुद अस्पतालों के अधिकारियों और मालिकों तक को फोन कर कर आते रहे लेकिन बमुश्किल देर रात तक एक बेड की व्यवस्था हो पाई। इससे साफ है कि राजधानी में आईसीयू और ऑक्सीजन बेड की क्या स्थिति है और अधिकारियों के दावे कितने हवा हवाई हैं।
*हिलखंड*
*प्रदेश में और भी खतरनाक हुआ कोरोना, आज 81 लोगों की हुई मौत -*