हरीश रावत ने आचार संहिता लगने के बाद उत्तराखंड सरकार में शराब कारोबार को लेकर एक ऐसा गंभीर आरोप लगाया है जो सत्ता में बैठे लोगों पर तो है ही साथ ही अप्रत्यक्ष रूप से यह आरोप संबंधित अधिकारी पर भी है। दरअसल पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि सरकार ने हाल ही में कमिश्नर आबकारी को क्यों हटा दिया इस बात का रहस्य उन्हें अब पता चला है जब यह जानकारी सामने आई है कि सरकार ने महंगी शराब की कंपनियों को नियमों में राहत देने से जुड़ा आदेश किया। हरीश रावत ने लिखा कि यदि कमिश्नर ना बदले जाते तो करोड़ों का खेल वाला शासनादेश नहीं हो पाता। इस तरह एक तरफ हरीश रावत ने धामी सरकार पर गंभीर आरोप लगाये हैं, तो उन्होंने अप्रत्यक्ष रूप से मौजूदा आबकारी आयुक्त पर भी सवाल खड़े कर दिए। हरीश रावत ने लिखा कि इस आदेश के जरिए सरकार ने कुछ खास लोगों को उपकृत किया साथ ही सरकार खुद भी उपकृत हुई।