आनन्द सिंह रावत जो एक कांग्रेसी नेता भी है और विभिन्न मुद्दों पर युवाओं को सीख देने वाले समाजसेवी भी.. इसके अलावा उनकी एक बड़ी पहचान अपने पिता के नाम से भी है.. दरअसल आनंद सिंह रावत पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के पुत्र हैं.. युवाओं को रोजगार देने के प्रयासों से लेकर नशा मुक्ति पर आनंद सिंह रावत के विचार आते रहते हैं… इस बार आनंद सिंह रावत ने ऐसी ही एक पोस्ट अपने सोशल अकाउंट पर डाली है लेकिन यह पोस्ट युवाओं के लिए रोजगार की सोच को लेकर ज्यादा चर्चाओं में होने के बजाय आनंद रावत के अपने पिता हरीश रावत पर किए गए कटाक्ष को लेकर ज्यादा चर्चाओं में है।
आनंद रावत को लगता है कि उनके पिता बाकी नेताओं की तरह सोशल मीडिया पर केवल अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं और नेताओं को बधाई देने और शोक संवेदनाओ तक ही सीमित रहते हैं। आनंद रावत ने हरीश रावत को युवाओं के रोजगार जैसे मुद्दे पर सोशल मीडिया में खामोश रहने की बात कही है। यही नहीं आनंद रावत कहते हैं कि उनके पिता हरीश रावत उनकी युवाओं के लिए रोजगार को लेकर सोच और चिंता से बेहद परेशान रहते हैं और उन्होंने हमेशा एक नेता की तरह ही उनकी बात सुनी है क्योंकि वह अपने पुत्र यानी मुझे येड़ा समझते हैं।
हरीश रावत उत्तराखंड में कांग्रेस की हार के बाद पार्टी के निशाने पर रहे हैं हरीश रावत पर टिकट बेचने से लेकर पार्टी को हराने तक के आरोप लगते रहे हैं, यही नहीं उनके करीबियों को मुख्य पदों से भी हटाया गया है, पार्टी से मिल रही इन चुनौतियों के बीच अब हरीश रावत को अपने घर से भी चुनौती मिलनी शुरू हो गई है। जाहिर है कि उम्र के जिस पड़ाव पर वो है, उस स्थिति में राजनीतिक रूप से ज्यादा सक्रियता में वह लंबे समय तक नहीं रह सकते है। हरीश रावत जैसे नेता के लिए फिर भी राजनीतिक रूप से सवालों का सामना करना तो आसान हो सकता है लेकिन बेटे द्वारा उठाए गए सवाल पर उनका जवाब देना काफी मुश्किल हो सकता है। लिहाजा सोशल मीडिया पर बेहद सक्रिय रहने वाले हरीश रावत अब अपने बेटे के सवालों का ही क्या जवाब देते हैं यह देखना दिलचस्प होगा।