उत्तराखंड में कथित चारा घोटाले की जांच, हाईकोर्ट की खंडपीठ ने चार महीने में जांच पूरे करने के दिये निर्देश

चारा घोटाले का नाम आते ही बिहार और लालू प्रसाद यादव का जिक्र होना भी लाजमी है, लेकिन इस बार हम बात उस चारा घोटाले की बात कर रहे हैं, जिस का आरोप उत्तराखंड में कुछ अधिकारियों पर लगाया गया है। खास बात यह है कि आरोप लगाने वाली पशु प्रेमी और पीपुल्स फॉर एनिमल के सदस्य गौरी मौलखी ने इस मामले को हाई कोर्ट तक भी पहुंचाया है। आपको बता दें कि गौरी मौलखी ने आरोप लगाया है कि उत्तराखंड में जिस चारे की कीमत करीब ₹2000प्रति कुंतल थी, उसे पंजाब से 3000 से ज्यादा कीमत में खरीदा गया। यही नहीं राज्य में ऑस्ट्रेलिया से ऐसी बूढ़ी भेड़ लायी गयी, जिसका राज्य के लिए कोई उपयोग नहीं हो पाया है।

इस मामले में हाईकोर्ट में सुनवाई चल रही है जिसमें हाई कोर्ट ने इस मामले की 4 महीने में जांच करने के लिए कहा है, साथ ही इसकी गलत जांच होने पर भी मुख्य सचिव को कार्यवाही करने के लिए कहा गया है।

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