उत्तराखंड स्वास्थ्य विभाग में यूं तो ऐसे कई मामले हैं जो सवालों के घेरे में बने रहते हैं… लेकिन इस बार विषय कोरोना संक्रमण की जांच से जुड़ा है। दरअसल स्वास्थ्य विभाग कोरोना संक्रमण को लेकर त्वरित रूप से जांच रिपोर्ट पाने के लिए रैपिड एंटीजन टेस्ट कर रहा है। लेकिन अब महकमा रैपिड एंटीजन टेस्ट की पूरी जिम्मेदारी निजी कंपनी को देने की तैयारी कर रहा है। इसके लिए बकायदा स्वास्थ्य विभाग ने एक टेंडर कर कंपनी का चयन भी कर लिया है। हालांकि स्वास्थ्य विभाग इस मामले में शासन की मंजूरी के बाद ही कदम बढ़ाने की बात कह रहा है। लेकिन सवाल यह उठ रहा है कि जब टेंडर प्रक्रिया पूरी की जा चुकी है तो फिर अब क्या शासन से मंजूरी लेना औपचारिकता मात्र रह गया है। ।
आपको बता दें कि स्वास्थ्य विभाग एंटीजन किट के लिए 410 रुपये भुगतान करता है.. लेकिन सूत्र बताते हैं कि अब निजी कंपनी को रैपिड एंटीजन टेस्ट का पूरा दारोमदार देने के लिये इसी किट को 1200 रुपये प्लस सर्विस के साथ देने की तैयारी है।
स्वास्थ्य विभाग में इस मामले पर विभाग के मुखिया और प्रदेश में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का संज्ञान लेना बेहद जरूरी है। हालांकि इस मामले से जुड़ी फाइल मुख्यमंत्री के पास जरूर भेजी जाएगी लेकिन मामला राज्य में कोविड-19 को लेकर बेहतर सेवाएं और राज्य के राजस्व से जुड़ा है लिहाजा इस पर बारीकी से अध्ययन के बाद ही फैसला लिया जाना चाहिए।