देश की आजादी के मौके पर बहादुर और सराहनीय कार्य करने वाले पुलिसकर्मियों को हर साल सम्मानित किया जाता है, यह सम्मान ऐसे पुलिसकर्मियों के मनोबल को बढ़ाने और विभाग में सभी को ऐसे कार्य करने के लिए प्रेरित करने के लिए दिया जाता है, लेकिन स्थिति देखिए कि ऐसे सम्मानजनक कार्यक्रमों में भी घालमेल करने से कुछ लोग बाज नहीं आते… ऐसा हम नहीं बल्कि वह रिपोर्ट कह रही है जिसमें एक विवादित पुलिस वाले को सराहनीय सेवा सम्मान चिन्ह देने की सिफारिश करने का दावा किया गया है.. प्रकाशित इस रिपोर्ट में बताया गया है कि हरिद्वार पुलिस ने ऐसे पुलिसकर्मी को सराहनीय सेवा सम्मान दिलाने की सिफारिश कर दी, जिसे तस्करों के साथ मिली भगत का मामला सामने आने के बाद दूसरे जिले में स्थानांतरित किया गया था। रिपोर्ट के अनुसार ऐसे 8 पुलिसकर्मियों को हरिद्वार से रुद्रप्रयाग ट्रांसफर किया गया था। इनमें से एक हेमंत को उसकी सराहनीय सेवाओं के लिए सम्मान दिलाने की कोशिश की जा रही थी। बहरहाल आईजी कार्मिक पुष्पक ज्योति के सामने मामला आने के बाद सिपाही के इस सम्मान को रद्द कर दिया गया है।
*हिलखंड*
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