सीएम पुष्कर सिंह धामी के अतिक्रमण हटाने के मामले में वन विभाग की सुस्ती के प्रति व्यक्त की गई नाराजगी के बाद पीसीसीएफ हॉफ अनूप मलिक ने आज शिवालिक सर्कल और राजाजी टाइगर रिजर्व के वनाधिकारियों की बैठक ली। इस दौरान कुछ हैरत भरे तथ्य भी सामने आए जिसमें सेटेलाइट पिक्चर के आधार पर यह जानकारी लगी कि संरक्षित वन क्षेत्र के एक बड़े इलाके में खेती की जा रही है। इसी जानकारी के साथ पीसीसीएफ (हाफ) ने कड़े लहजे में अफसरों से इसको लेकर जवाब तलब किया। पूछा गया कि जंगल में गुज्जरों की कैसे आबादी बढ़ गई और कैसे वे जंगल की जमीन पर कब्जे कर खेती करने लगे। उन्होंने सेटलाइट साक्ष्य के आधार पर ऐसे अतिक्रमण को दो हफ्ते के भीतर हटाने के लिए कहा।
पीसीसीएफ अनूप मलिक ने कहा कि सभी डीएफओ ,वनाधिकारी अपनी जिम्मेदारी समझे अन्यथा वो अपनी लापरवाही के लिए खुद जिम्मेदार होंगे। उन्होंने अधिकारियो को निर्देशित किया कि सरकार और उत्तराखंड हाई कोर्ट के निर्देशों का पालन करते हुए , नदी श्रेणी और खनन नदियों किनारे चिन्हित अतिक्रमण को दो हफ्ते में हटाए।
अनूप मलिक ने कहा कि हर फॉरेस्ट डिविजन में समन्वयक कार्मिक नियुक्त करके अतिक्रमण हटाओ अभियान के नोडल अधिकारी को मुख्यालय में रोजाना रिपोर्ट देंगे जिसे सीएम कार्यालय एवं शासन को भेजा जाएगा।
अनूप मलिक ने चार माह में केवल शिवालिक सर्कल में 25 हैक्टेयर वन भूमि ही अतिक्रमण मुक्त किए जाने पर नाराजगी जताई और इस अभियान में वन अधिकारियों को फील्ड में जाकर एक्शन लेने की जरूरत जताई
बैठक में देहरादून में 580 हैक्टेयर, हरिद्वार वन प्रभाग में, 51हैक्टेयर, राजाजी टाइगर रिजर्व में 7 हैक्टेयर वन क्षेत्र में अतिक्रमण चिन्हित किए जाने के जानकारी सामने आई, इसके अलावा नदी श्रेणी और नदी किनारे में अतिक्रमण को तुरंत हटाए जाने के लिए पीसीसीएफ श्री मलिक ने वनाधिकारियों को निर्देशित किया।
खबर है कि राजाजी टाइगर रिजर्व के कांसरो के पास भी एक बड़े क्षेत्र में सेटेलाइट इमेज में अवैध अतिक्रमण होना पाया गया। जिसने प्रशासन पर बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं।