प्राइवेट स्कूलों ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि सरकार और प्रशासन भले ही कोई भी आदेश दें लेकिन स्कूल संचालक वही करेंगे जो उनकी मर्जी होगी। प्रदेश में सोमवार से दसवीं और बारहवीं के लिए स्कूल खोले जाने के आदेश किए गए थे, बकायदा राज्य कैबिनेट में इसके लिए फैसला लिया गया था। लेकिन सरकारी स्कूलों और कुछ प्राइवेट स्कूलों को छोड़कर अधिकतर निजी स्कूल संचालकों ने स्कूल नहीं खोलें। बताया गया है कि प्राइवेट स्कूल में पढ़ने वाले छात्रों के अभिभावकों ने बच्चों को स्कूल भेजने से इनकार कर दिया है और यही कारण है कि प्राइवेट स्कूलों ने फिलहाल स्कूलों का संचालन शुरू नहीं किया है। हालांकि इससे हटकर सरकारी और अर्ध सरकारी विद्यालयों में आने वाली छात्राओं और छात्रों का स्कूल में आने पर बेहद ज्यादा उत्साह दिखाई दिया, खास बात यह है कि स्कूल खुलने के पहले दिन केवल 30% तक ही बच्चे स्कूल पहुंच सके लेकिन इसे भी एक बेहतर शुरुआत के रूप में देखा जा रहा है। जीजीआईसी स्कूल की प्रधानाचार्य ने बताया कि छात्रों को जागरूक करने के साथ ही अन्य छात्रों को भी स्कूल लाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है जिससे भौतिक रूप से छात्र स्कूल पहुंच सके। उन्होंने बताया कि स्कूल को 2 पालियों में संचालित किया जाएगा पहली पाली में 10वीं की छात्राओं को बुलाया गया जो 9.30 से 12.30 तक संचालित होगी वही 1 बजे 12वीं की छात्राओं को स्कूल बुलाया गया जिनकी कक्षाएं 3.30 बजे तक संचालित होंगी।