टीईटी परीक्षा से अध्यापकों के चयन की सिफारिश, प्रमोशन में भी तय मानकों को लागू करने पर विचार

शिक्षा को बेहतर बनाने के लिए आज सीमैट सभागार में शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे की मौजूदगी में वृहद स्तर पर चिंतन किया गया। नई शिक्षा नीति 2020 के क्रियान्वयन के लिए कोर कमेटी के सदस्यों की बैठक में विभिन्न विचार और मत भी रखे गए। इस दौरान ढांचागत विकास के सुदृढ़ीकरण के साथ ही शिक्षकों के प्रशिक्षण मॉडल को विकसित करने पर भी सुझाव दिए गए। कहा गया कि पाठ्यक्रम विकास से पहले अध्यापकों को प्रशिक्षित किया जाना चाहिए ताकि भारतीय संस्कृति और ज्ञान को सम्यक तरीके से प्रस्तुत किया जा सके। खास बात यह है कि इस दौरान प्राथमिक स्तर और माध्यमिक स्तर पर प्रयोगात्मक शिक्षण एवं परीक्षा की भी बात कही गई। विभिन्न विषय के चुनाव के विकल्प को इस प्रकार रखे जाने का मत दिया गया जिसमें छात्रों को विषय चुनाव में दिक्कतें ना हो व्यवसायिक शिक्षा के अंतर्गत राज्य की संस्कृति और ज्ञान को भी सम्मानित किए जाने की बात कही गई साथ ही खेलों को महत्व देते हुए खेलों के प्रति समर्पित संस्थानों को भी विकसित किए जाने की चर्चा हुई। ई सी सी ई को लागू करने के लिए शासन स्तर पर शासनादेश निर्गत करने की बात कही गई साथ ही टीईटी सभी स्तरों पर लागू किए जाने की भी सहमति जताई गई। यही नहीं यह भी साफ किया गया कि टीईटी परीक्षा से ही अध्यापकों का चयन शासकीय के साथ सहायता प्राप्त विद्यालयों के लिए भी किया जाए। इसके अलावा अध्यापक और प्रधानाध्यापकों के प्रमोशन और लाभ का एक निश्चित प्रतिशत योग्यता परीक्षा के आधार पर किए जाने की बात कही गई। प्रमोशन उनकी शैक्षिक गुणवत्ता एवं प्रदर्शन के आधार पर ही होना चाहिए इस पर भी सहमति जताई गई। शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे भी इस बैठक में मौजूद रहे और तमाम सुझावों पर उन्होंने अपनी बात भी रखी।

*हिलखंड*

*देहरादून नाइट कर्फ्यू में आपको ऐसे मिलेगी छूट, इन नियमों का करना होगा पालन -*

 

 

देहरादून नाइट कर्फ्यू में आपको ऐसे मिलेगी छूट, इन नियमों का करना होगा पालन

 

LEAVE A REPLY