रायपुर से विधायक उमेश शर्मा काऊ के कोरोना मरीजों को राहत देने के सभी दावे झूठे साबित हुए हैं। न केवल मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत को अंधेरे में रखा गया है बल्कि आम जनता को भी गुमराह करने की कोशिश की गई। मामला रायपुर स्टेडियम में 30 आईसीयू बेड स्थापित करने का है। जिन आईसीयू बेड को स्थापित करने में 71 लाख खर्च करने और खुद की पीठ थपथपाने का काम विधायक उमेश शर्मा काऊ ने किया था, उसपर आज Dehradun के प्रभारी मंत्री Ganesh joshi ने न केवल विधायक के दावों की पोल खोल दी बल्कि अपनी ही सरकार को कटघरे में खड़ा भी कर दिया। दरअसल विधायक उमेश शर्मा ने विधायक निधि से 71 लाख खर्च करके 30 आईसीयू बेड बनाने का दावा किया था लेकिन आज जब प्रभारी मंत्री Ganesh joshi स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ पहुंचे तो पता चला कि रायपुर स्वास्थ्य सेंटर में आईसीयू बेड बनाए ही नहीं गए थे, बल्कि सामान्य ऑक्सीजन वाले बेड रख दिये गए। यही नहीं यहां पर किसी भी मानक का आईसीयू के हिसाब से कोई पालन नहीं किया गया था। यह देख कर कैबिनेट मंत्री Ganesh joshi झल्ला गए और उन्होंने इसे अधिकारियों के मत्थे डालकर अधिकारियों द्वारा सरकार को गुमराह करने का आरोप लगा दिया। हैरानी की बात तो यह है कि 2 दिन पहले ही मुख्यमंत्री भी यहां पर 30 बेड आईसीयू स्थापित किए जाने को लेकर निरीक्षण करने पहुंचे थे और इसको लेकर विधायक की बड़ी तारीफ की थी। लेकिन सरकार की स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर लचर व्यवस्था ने इस पूरे सिस्टम की पोल खोल कर रख दी। हालत यह रही कि खुद सरकार के मंत्री Ganesh joshi नहीं इस बिगड़ी व्यवस्था पर तस्वीर साफ करते हुए इसकी शिकायत मुख्यमंत्री को करने की बात कही। सवाल यह उठता है कि विधायक उमेश शर्मा किन बातों और व्यवस्थाओं के तहत यहां पर आईसीयू बेड स्थापित करने का दावा कर रहे थे और मुख्यमंत्री निरीक्षण करने आए तब भी क्यों नहीं इन बातों का उन्हें पता नहीं चल पाया। कुल मिलाकर विधायक उमेश शर्मा के दावे भी झूठे निकले, और इन दावों को जलाने वाले भी सरकार के कैबिनेट मंत्री Ganesh joshi ही रहे।
*हिलखंड*
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