आईएएस दीपक रावत को ऊर्जा कर्मचारियों की हड़ताल खत्म करने के लिए उन्हें मनाने की जिम्मेदारी दी गई, लेकिन उनका रवैया सरकार के लिए बड़ी मुसीबत बन सकता था। दरअसल प्रबंध निदेशक दीपक रावत ने कर्मचारियों से बातचीत शुरू की तो उत्तराखंड विद्युत अधिकारी कर्मचारी संघर्ष मोर्चा के संयोजक इंसारुल हक़ से बातचीत के दौरान दीपक रावत बिखर पड़े, हालात इतने बिगड़ गए कि दीपक रावत ने कर्मचारियों को देख लेने तक की चेतावनी दे दी। ऊर्जा कर्मचारियों के मुताबिक बंद कमरे में हुई इस बातचीत के दौरान दीपक रावत संयोजक के साथ गलत व्यवहार किया और तेज आवाज में उन पर दबाव बनाने की कोशिश की गई। कर्मचारी आईएएस दीपक रावत के इस रवैया से बेहद ज्यादा खफा हो गए और उन्होंने बातचीत के बीच में ही एमडी का कक्ष छोड़ दिया। एक तरफ सरकार उर्जा कर्मचारियों को मनाने में जुटी थी तो दूसरी तरफ दीपक रावत के इस रवैया से कर्मचारी और भी आक्रोशित हो गए और हड़ताल न तोड़ने को लेकर उन्होंने मन बना लिया, हालांकि इसके बाद कर्मचारी कहते हैं कि दीपक रावत ने बिगड़ती स्थिति को भापते हुए कर्मचारियों से अपने रवैये को लेकर खेद प्रकट कर लिया। इसके बाद जाकर कर्मचारियों का गुस्सा कुछ हद तक कम हुआ। बताया गया कि दीपक रावत ने कहा कि वह युवा है लिहाजा वे थोड़ा ज्यादा बोल गए। हालांकि इस मामले को इसके बाद उन्होंने संभाल लिया और कर्मचारियों के गुस्से को शांत करवा लिया।
*हिलखंड*
*ऊर्जा मंत्री हरक सिंह ने सरकार की बड़ी परेशानी की दूर, कर्मचारियों को मनाने में कामयाब रहे हरक -*
ऊर्जा मंत्री हरक सिंह ने सरकार की बड़ी परेशानी की दूर, कर्मचारियों को मनाने में कामयाब रहे हरक