उत्तराखंड में पुरोला विधानसभा सीट पर हुए राजनीतिक उठापटक के बीच दुर्गेश्वेर लाल ने आखिरकार कांग्रेस ज्वाइन कर ली है, दुर्गेश लाल ने 2017 में निर्दलीय रूप से पुरोला सीट पर चुनाव लड़ा था और भाजपा और कांग्रेस के प्रत्याशियों को जबरदस्त टक्कर दी थी। इस सीट पर जहां कांग्रेस के टिकट पर जीतने वाले राजकुमार को करीब 17000 वोट पड़े थे तो तीसरे नंबर पर निर्दलीय रूप से चुनाव लड़ने वाले दुर्गेश्वर लाल को करीब 13000 वोट पड़े थे इस तरह मात्र 4000 वोट से दुर्गेश्वर लाल पीछे रह गए थे ऐसे में उनका कांग्रेस में शामिल होना है यह जाहिर करता है कि आने वाले विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस उन्हें टिकट देने जा रही है।
दूसरी तरफ राजकुमार ने कांग्रेस का हाथ छोड़कर भाजपा में शामिल होने का निर्णय लिया था जिसके बाद कांग्रेस को इस सीट पर कमजोर माना जा रहा था। इस राजनीतिक उठापटक के बीच सबसे बड़ा सवाल यह है कि भाजपा के पूर्व विधायक मालचंद और राजेश जुवांठा का अब राजनीतिक भविष्य क्या होगा। दरअसल कांग्रेस से विधायक बनने वाले राजकुमार अब भाजपा में शामिल हो गए हैं जबकि मालचंद 2017 में भाजपा से चुनाव लड़े थे और इसी तरह राजेश जुवांठा भी पहले ही कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थाम चुके हैं ऐसे में इस सीट पर भाजपा के पास तीन चेहरे मौजूद है और कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आए राजकुमार को अब 2022 विधानसभा चुनाव में टिकट दिया जाना तय माना जा रहा है लिहाजा बड़ा सवाल यह है अब पूर्व विधायक मालचंद और राजेश का राजनीतिक भविष्य किस ओर जाएगा और क्या यह नेता चुनाव से दूर रह पाएंगे। हालांकि आम आदमी पार्टी का विकल्प इन दोनों ही नेताओं के पास होगा। उधर इन दोनों में से यदि कोई निर्दलीय रूप से चुनाव लड़ता है तो भी इसका आगामी चुनाव पर सीधा असर देखने को मिलेगा।