उत्तराखंड वन विभाग का अनुसंधान विंग पिछले कुछ समय से चर्चाओं में बना हुआ है, यहां भारतीय वन सेवा के अफसर कुंदन कुमार उपवन संरक्षक के तौर पर काम देख रहे थे, तो IFS संजीव चतुर्वेदी इसे CCF के रूप में हैड कर रहे हैं। खास बात यह है कि पिछले कुछ समय में इन दोनों ही IFS अधिकारियों के बीच सब कुछ ठीक नहीं होने की बात कही जा रही थी। उधर कर्मचारी भी इस विवाद में कूद गए थे और बकायदा कुछ कर्मियों ने पत्र लिखकर CCF के खिलाफ शिकायत तक की थी..
इन स्थितियों के बीच पिछले कुछ दिनों से IFS अफसर कुंदन कुमार भी छुट्टी पर चल रहे थे, हालांकि उन्होंने छुट्टी का कारण निजी होना बताया है. बहरहाल शासन ने देर आए दुरुस्त आए की तर्ज पर कुंदन कुमार को उनके अतिरिक्त पद से उनकी लिखी गई चिट्ठी के आधार पर ही हटा दिया है। जिसमें उन्होंने काम करने में आ रही कठिनाइयों का जिक्र करते हुए स्वेच्छा से पद छोड़ने की बात लिखी थी। अब अनुसंधान में अतिरिक्त पद पर राज्य वन सेवा के अफसर जगमोहन सिंह रावत को जिम्मेदारी दी गई है।
वन विभाग में बदलाव का ये एक मात्र मामला नहीं है..महकमे में कुछ दूसरे बदलावों के लिए सिविल सर्विस बोर्ड की बैठक आहूत की गई है। गुरुवार को सुबह 11:30 बजे बोर्ड की बैठक प्रस्तावित है। बोर्ड की इस बैठक में कई अधिकारियों को नई जिम्मेदारी देने पर चर्चा होगी, खासतौर पर राजाजी टाइगर रिजर्व में निदेशक पद पर किसे जिम्मेदारी दी जाए इसपर अंतिम निर्णय लिया जाएगा। इसमें कई पद लिए हुए अधिकारियों को हल्का किए जाने पर भी विचार किया जाएगा।