उत्तराखंड में मुश्लिम यूनिवर्सिटी को लेकर कांग्रेस नेता के बयान ने विवाद पैदा कर दिया है। दरअसल सहसपुर विधानसभा में रहने वाले कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष अकील अहमद ने प्रदेश में मुश्लिम यूनिवर्सिटी बनाने की मांग की है। आपको बता दें कि सहसपुर विधानसभा सीट पर अकील अहमद ने निर्दलीय पर्चा भरा था लेकिन पार्टी नेताओं के मनाने पर उन्होंने राज्य में मुश्लिम यूनिवर्सिटी की मांग रखकर नामांकन वापस ले लिया। अकील अहमद से जब इस बारे में मीडिया ने पूछा तो अकील अहमद ने कहा कि उन्होंने पार्टी के सामने इस मांग को रखा जरूर है लेकिन इसपर अभी पार्टी ने कोई फाइनल निर्णय नही लिया है। लिहाजा भाजपा केवल वोटो के लिए इस मुद्दे को भुना रही है। हालाकिं अकील अहमद ने ये जरूर माना है कि उन्होंने मुश्लिम यूनिवर्सिटी की मांग रखी है और ये बननी भी चाहिए।