उत्तराखंड कांग्रेस प्रदेश में बमुश्किल पहली सूची में 53 और दूसरी सूची में 11 प्रत्याशियों के नाम जारी कर सकती है लेकिन स्थिति यह है कि दूसरी सूची जारी होने के बाद पार्टी के भीतर गदर तक मच गया है स्थिति यह है कि कांग्रेस भवन से लेकर क्षेत्रों तक में कांग्रेसी बगावत पर उतर आए हैं। खास बात यह है कि बैठक में न केवल कमजोर सीटों पर विचार किया गया है बल्कि यह भी तय कर लिया गया कि प्रत्याशियों को नहीं बदला जाएगा खुद हरीश रावत ने इस बात की पुष्टि की है।
उत्तराखंड में कांग्रेस ने यह मान लिया है कि 16 सीटों पर पार्टी की स्थिति खराब है देहरादून के एक निजी होटल में प्रदेश के वरिष्ठ नेताओं की बैठक के दौरान इन 16 सीटों पर विचार किया गया इस दौरान 16 में से 8 सीटें हरीश रावत को जीतने के लिहाज से प्रचार प्रसार के लिए दी गई जबकि 4 सीटों पर गणेश गोदियाल और 4 सीटों पर प्रीतम सिंह को जिम्मेदारी दी गई है। आपको बता दें कि पार्टी ने सभी 70 सीटों पर मंथन किया है जिसमें से 16 सीटों पर पार्टी ने खुद को कमजोर पाया है ऐसे में इन सीटों पर भी जीत के लिए जिम्मेदारियां बांटी गई है।
खास बात यह है कि पिछले कई दिनों से प्रत्याशियों को बदले जाने की चर्चाओं पर खंडन करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि सेंट्रल इलेक्शन कमिटी की तरफ से प्रत्याशियों के नाम घोषित कर दिए गए हैं और अब सेंट्रल एक्शन कमेटी की बैठक नहीं होनी है लिहाजा अब किसी भी प्रत्याशी को नहीं बदला जाएगा खुद पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने इस बात की पुष्टि करते हुए मीडिया के सामने किसी भी सीट पर प्रत्याशियों को नहीं बदले जाने की बात कही है।
दूसरी तरफ हरीश रावत ने कहा है कि 27 जनवरी को बाकी बची 6 सीटों पर भी प्रत्याशियों के नाम तय कर दिए जाएंगे और सूची जारी कर दी जाएगी।