उत्तराखंड में यहां पिछड़ गयी भाजपा, भाजपा की रणनीति पर उठने लगे सवाल

उत्तराखंड में भारतीय जनता पार्टी घोषणा पत्र जारी करने को लेकर पिछड़ती हुई दिखाई दे रही है। जिस तरह भाजपा के घोषणा पत्र को एक के बाद एक दिन टाला जा रहा है, उससे पार्टी की रणनीति पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। मजे की बात यह है कि पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष घोषणा पत्र को 2 फरवरी को ही जारी करने की बात कह चुके थे लेकिन फिर 7 फरवरी को घोषणा पत्र जारी करने के लिए कहा गया लेकिन तब भी यह घोषणा पत्र जारी नहीं हो पाया। अब कहा जा रहा है कि कल यानी 9 फरवरी को भाजपा का घोषणा पत्र जारी हो सकता है। घोषणा पत्र को बकायदा केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी द्वारा जारी करने की बात कही जा रही है।

वैसे आपको बता दें कि डॉ रमेश पोखरियाल निशंक को घोषणा पत्र बनाने की जिम्मेदारी दी गई थी और एक लंबे समय के बाद इस घोषणापत्र को तैयार किया गया है बताया जा रहा है कि घोषणा पत्र को हिंदी और अंग्रेजी दोनों ही भाषाओं में जारी किया जाएगा और इसके लिए पूरी तैयारी भी कर ली गई है लेकिन पार्टी के अंदरूनी कारणो के चलते घोषणा पत्र जारी नहीं किया जा पा रहा है। उधर इस मामले में कांग्रेस भाजपा से काफी आगे निकल गई है एक तरफ कांग्रेस अपना घोषणा पत्र जारी कर चुकी है तो दूसरी तरफ पार्टी ने अपने इस घोषणापत्र को सरकार आने पर पूरा करने के लिए भी एक अलग मंत्रालय बनाने और इसके लिए अलग अधिकारियों की नियुक्ति की भी नई घोषणा कर दी है। जाहिर है कि भाजपा अपने घोषणापत्र को मतदान से ठीक पहले घोषित करेगी लेकिन इसे हर व्यक्ति तक पहुंचाने की पार्टी के पास एक बड़ी चुनौती होगी।

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