उत्तराखंड में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के भविष्य को आगामी विधानसभा चुनाव 2022 तय करने जा रहा है। प्रदेश की सबसे वीवीआईपी सीट मानी जाने वाली खटीमा से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी चुनाव लड़ते हैं। और इस सीट पर उनका सीधा मुकाबला कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष भुवन कापड़ी से है। भुवन कापड़ी इससे पहले 2017 के चुनाव में भी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को कड़ा मुकाबला दे चुके हैं और अब एक बार फिर इस सीट पर मुख्यमंत्री के लिए बड़ी परेशानी बने हुए हैं। वैसे तो इस सीट पर कई समीकरण है लेकिन इस बार मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के भविष्य का फैसला बसपा और आम आदमी पार्टी करने जा रही है। दरअसल इस सीट पर कांटे का मुकाबला होना बताया जा रहा है ऐसे में बसपा ने जहां रमेश को मैदान में उतारा है जिन्होंने 2017 में भी जबरदस्त प्रदर्शन किया था तो वहीं आम आदमी पार्टी ने भी पहली बार अब इस सीट पर एसएस कलेर को उतारकर मुकाबला रोचक कर दिया है खास बात यह है कि इस सीट पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी चुनाव जीत पाएंगे या नहीं यह इन दोनों प्रत्याशियों की परफॉर्मेंस पर भी तय होगा।
वैसे इस बार चुनाव में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष भुवन कापड़ी का जबरदस्त मुकाबला है। लेकिन एक तरफ जहां चर्चा है कि मुख्यमंत्री की सीट इस बार काफी फंसी हुई है तो दूसरी तरफ इस चर्चा को लेकर इसलिए भी लोग यकीन कर रहे हैं क्योंकि उत्तराखंड में पिछले चुनाव के दौरान मुख्यमंत्रियों का इतिहास अच्छा नहीं रहा है।
आपको बता दें कि 2017 में जहां कांग्रेस सरकार में मुख्यमंत्री रहे हरीश रावत अपनी दोनों सीटें हार गए थे तो वही 2012 के चुनाव में भाजपा सरकार के दौरान खुद भुवन चंद खंडूरी मुख्यमंत्री रहते हुए चुनाव हार गए थे। लिहाजा आप सभी की नजर पुष्कर सिंह धामी पर है और इस सीट के परिणामों पर भी सभी नजर बनाए हुए हैं। अब तक की स्थिति को देखकर यह साफ जाहिर होता है कि यह सीट एकतरफा नहीं निकल रही है और कांटे के मुकाबले के साथ दोनों में से कोई भी प्रत्याशी सीट निकाल सकता है।