प्रदेश में टेलीविजन सर्वे भले ही कड़ी टक्कर की ओर इशारा कर रहे हो, लेकिन भाजपा सरकार के खिलाफ लोगों की निराशा को देखते हुए कांग्रेस में आने वाली सरकार बनाने का दावा किया है। बड़ी बात यह है कि कांग्रेस की सह प्रभारी दीपिका पांडे ने तो राज्य में प्रचंड बहुमत की सरकार बनाने की बात कही है। पार्टी की सह प्रभारी दीपिका पांडे पिछले लंबे समय से देहरादून में डटीं हुई है, और प्रदेश के शीर्ष नेताओं के साथ पार्टी कार्यक्रमों को सफल बनाने रणनीतियों को आगे बढ़ा रही हैं। फिलहाल कांग्रेस की चुनौती राहुल गांधी की जनसभा को सफल बनाना है जिसके लिए तमाम पार्टी नेताओं को जिम्मेदारियां भी सौंपी गई हैं।
राज्य में फरवरी माह के अंत तक चुनाव होने की उम्मीद है, ऐसे में दीपिका पांडे कहती हैं कि प्रदेश में जिस तरह का माहौल दिखाई दे रहा है और पार्टी के कार्यकर्ता राज्य के सुदूरवर्ती क्षेत्रों तक पहुंच रहे हैं उससे यही लग रहा है कि भाजपा सरकार के खिलाफ लोगों का आक्रोश अपने चरम पर है। आम जनता से मिले इसी फीडबैक के आधार पर दीपिका पांडे राज्य में 50 से ज्यादा सीटों पर जीत का दावा भी कर रही है। उत्तराखंड में कांग्रेस के पास भाजपा के खिलाफ रोजगार, महंगाई और भ्रष्टाचार जैसे बड़े मुद्दे मौजूद है। हाल ही में अवैध खनन पर जिस तरह कांग्रेस के सरकार को घेरा है, ऐसी घेरेबंदी पिछले 5 सालों में अब तक नहीं देखने को मिली थी। नतीजतन भाजपा भी कांग्रेस के इस आक्रामक और रणनीति पूर्ण रवैये पर कुछ परेशानी में दिख रही है। हालांकि भाजपा ने केंद्रीय नेताओं के ताबड़तोड़ दौरों से राज्य के माहौल को अपने पक्ष में करने की कोशिशें भी तेज की है। कांग्रेस के भीतर सबसे बड़ी कमी समन्वय की है जिसे दूर करने की कोशिशें की जा रही है। इस मामले पर दीपिका पांडे कहती है कि पार्टी के भीतर सब कुछ शीर्ष नेताओं की देखरेख और सलाह के आधार पर तय किया जा रहा है। इसके अलावा पार्टी कार्यकर्ताओं और आम जनता की राय की आगामी रणनीति में शामिल की जा रही है। बहरहाल आगामी राहुल गांधी की जनसभा और संवाद यह तय करेगा कि कांग्रेस के दावे कितने सही है, यही नहीं राहुल गांधी का यह पहला चुनावी संवाद प्रदेश में कांग्रेस को लेकर लोगों की सोच भी विकसित करेगा।