उत्तराखंड में ऊर्जा निगम कर्मचारियों की हड़ताल से पहले निगम प्रबंधन ने कर्मचारियों पर दबाव बनाना शुरू कर दिया है, स्थिति यह है कि अब कर्मचारियों की मांग को पूरा करने के आदेश के बजाय हड़ताल से पहले हड़ताल के असर को कम करने के लिए बाकी राज्यों से कर्मचारियों को बुलाया जा रहा है। खास बात यह है कि सचिव ऊर्जा सौजन्य ने इसके लिए अपर मुख्य सचिव ऊर्जा उत्तर प्रदेश, प्रमुख सचिव ऊर्जा हरियाणा और हिमाचल प्रदेश को चिट्ठी लिखकर कर्मचारियों की उत्तराखंड के विद्युत स्टेशन पर तैनाती के लिए मांग की है।
खास बात यह है कि सचिव ऊर्जा सौजन्य के कर्मचारियों को लेकर बाकी राज्य से निवेदन करने के बाद उत्तर प्रदेश के कर्मचारियों ने इसका विरोध भी शुरू कर दिया है, उत्तर प्रदेश के ऊर्जा कर्मचारियों ने साफ किया है कि वह उत्तराखंड के विद्युत स्टेशन पर ड्यूटी देकर यहां के कर्मचारियों की हड़ताल को बेअसर नहीं करेंगे। इसके लिए उत्तर प्रदेश के उर्जा कर्मचारियों ने अपने प्रबंधन को पत्र लिखकर अपना विरोध भी दर्ज कराया है।
उत्तराखंड में उर्जा कर्मचारियों की हड़ताल को और भी बल मिल गया है ऐसा इसलिए क्योंकि राज्य स्तर के उत्तराखंड अधिकारी कर्मचारी शिक्षक महासंघ ने भी अब उर्जा कर्मचारियों को अपना समर्थन दे दिया है इसके बाद उन्होंने साफ किया है कि वह पूरी तरह से ऊर्जा कर्मचारियों के साथ हैं और उनके विरोध में उनका समर्थन करते हैं, यही नहीं रविवार यानी आज उर्जा कर्मचारियों के हक में महासंघ ने एक बैठक बुलाई है जिसमें किस तरह से महासंघ कर्मचारियों का समर्थन करेगा इस पर भी विचार किया जाएगा।