देहरादून के घंटाघर और गांधी पार्क के पास आज जो तांडव हुआ शायद देहरादून ने कभी पहले ऐसा नहीं देखा होगा। यूं तो यह आंदोलन युवाओं ने भर्ती प्रक्रिया में चल रही गड़बड़ी को लेकर शुरू किया लेकिन इस बीच माहौल इस कदर बिगड़ गया कि युवाओं के हाथों में पत्थर आ गए। इस दौरान सड़क पर जमकर पथराव होने लगा और मीडिया से लेकर पुलिसकर्मी और तमाम गाड़ियां इसका निशाना बनने लगी। वैसे तो यह आंदोलन शांति से चल रहा था लेकिन पुलिस का मानना है कि कुछ बाहरी अराजक तत्व इस आंदोलन में शामिल हो गए और उन्होंने इस पूरे आंदोलन को हाईजैक करते हुए इसमें माहौल बिगाड़ने की कोशिश की। इसके बाद पुलिस ने इस पूरी स्थिति को बमुश्किल संभाला और हालातों पर नियंत्रण करते हुए युवाओं को यहां से खदेड़ने के लिए बल भी प्रयोग किया। इस पूरे पथराव और घटनाक्रम के दौरान कई पुलिसकर्मी और युवा भी घायल हुए हैं।
हालांकि कुछ बाहरी अराजक तत्वों के जरिए माहौल के और बिगड़ने की संभावना को देखते हुए फौरन पुलिस ने यहां से युवाओं को हटाना शुरू कर दिया और युवाओं की गिरफ्तारियां भी की गई। युवाओं की मांग है कि तमाम परीक्षाओं को रद्द किया जाए और सभी परीक्षाओं की जांच करने के बाद ही किसी परीक्षा के लिए प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जाए। इसके अलावा इन परीक्षाओं की सीबीआई जांच कराए जाने की भी मांग की जा रही है।
इस पूरे मामले में अब पुलिस ऐसे बाहरी अराजक तत्वों को चिन्हित करने में जुट गई है जिनके द्वारा पथराव किया गया था और ऐसे लोगों के खिलाफ कठोर कार्यवाही करने की भी तैयारी की जा रही है। उधर कई युवा इस बात से नाराज है कि पुलिस ने सख्ती क्यों बरती।