बिनसर अग्निकांड पर संवेदनशील वन महकमा, परिजनों से मिल जताया अपनत्व

उत्तराखंड में इसी साल 13 जून को हुई बिनसर अग्निकांड घटना आज भी सभी के जहन में है.. इस घटना में वन कर्मियों की दर्दनाक मौत हो गई थी..जिसके बाद राज्य सरकार ने आनन फानन में अफसरों पर कार्रवाई भी की और बड़े अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया..लेकिन बाद में इन अफसरों की कोई गलती ही साबित नहीं हुई।

बहरहाल आज बात इस घटना को लेकर वन विभाग की भूमिका की हो रही हैं.. उत्तराखंड वन विभाग ने बिनसर अग्निकांड में अपने कर्मचारियों को खोया..और हादसे से काफी कुछ सीखा..अच्छी बात यह है कि घटना के 4 महीनों बाद भी विभाग के अफसरों की संवेदनशीलता वैसी ही है जैसी घटना के बाद थी.. शायद यही कारण है कि PCCF वाइल्डलाइफ आरके मिश्रा ने अपने कुमाऊं दौरे के दौरान हताहत होने वाले कर्मियों के परिजनों से ना केवल मुलाकात की बल्कि कई घंटों तक उनके बीच रहकर पारिवारिक समस्याओं को भी जाना।

पीसीसीएफ वाइल्डलाइफ 5 और 6 नवंबर को कुमाऊं दौरे पर थे..जिस दौरान उन्होंने अपने दिवंगत कर्मियों के परिजनों को सुना। आपको बता दे कि IFS एसोसिएशन ने भी घटना के बाद परिजनों को आर्थिक सहायता दी थी। इसके अलावा सरकार से आर्थिक मुआवजा मिलने के अलावा इन्हें अस्थाई रोजगार भी दिया गया।