त्यूणी में दिल दहला देने वाली घटना ने राज्य में फायर सर्विस को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं, हालांकि इस घटना के बाद तहसीलदार को निलंबित करने समेत अनुशासनात्मक कार्यवाही के भी निर्देश दे दिए गए हैं इसके अलावा फायर सर्विस से जुड़े चार कर्मचारियों को भी निलंबित कर दिया गया। उधर मृतक परिवारों को दो-दो लाख रुपए मुआवजे के रूप में देने की भी घोषणा कर दी गई है। खास बात यह है कि इस पूरे घटनाक्रम की जांच के लिए आईपीएस अधिकारी निवेदिता कुकरेती को जांच सौंप दी गई है।
सबसे बड़ी बात यह है कि फायर सर्विस में बड़ी संख्या में कर्मचारियों की भारी कमी है यही नहीं प्रदेश भर में अधिकतर जगहों पर सैकड़ों किलोमीटर दूर तक थी कोई फायर की यूनिट मौजूद नहीं रहती जिससे हमेशा आग लगने की घटना के दौरान लोगों को बड़ा खतरा रहता है।