श्री देव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय में इनदिनों ऐसी कई घटनाएं हुई हैं जो चर्चाओं में रही है.. इस बार नया मामला विश्वविद्यालय में सहायक परीक्षा नियंत्रक डॉ हेमंत कुमार से जुड़ा हुआ है.. डॉ हेमंत कुमार जिन पर कई गंभीर आरोप लगाए गए हैं और इन्हीं गंभीर आरोपों को लेकर विश्वविद्यालय में अब जांच के आदेश भी दे दिए हैं, आपको बता दें कि हेमंत कुमार पर बिना अनुमति के विश्वविद्यालय परिसर छोड़ने, बिना अनुमोदन लिए आदेश जारी करने के आरोप है.. इन्हीं आरोपों के कारण एक 5 सदस्य कमेटी गठित की गई है जिन्हें इन आरोपों पर जांच करने की जिम्मेदारी दी गई है। आपको बता दें कि कर्मचारी नियमावली से जुड़े जो गंभीर आरोप लगाए गए हैं उनमें विश्वविद्यालय के खिलाफ गलत सूचनाओं के प्रचार प्रसार करने का मामला भी शामिल है। लिहाजा विश्वविद्यालय ने इस मामले को बेहद गंभीर मानते हुए बेहद कड़े शब्दों वाले आदेश को जारी किया है।
कुलसचिव मोहन सिंह पवार ने आदेश जारी करते हुए इस आदेश पत्र में डॉक्टर हेमंत कुमार पर अमर्यादित काम करने और अनुशासनहीनता की बात लिखी है और ऐसी स्थिति में 5 सदस्य कमेटी गठित करते हुए जल्द से जल्द कर्मचारी नियमावली के आधार पर कमेटी को रिपोर्ट विश्वविद्यालय को प्रेषित करने के लिए कहा है।
खास बात यह है कि इस मामले में आदेश जारी होने के बाद भी मामले को सार्वजनिक करने से बचते हुए दिखाई दिए। बहरहाल कमेटी के जल्द ही इस जांच को पूरा करने की बात कही जा रही है ऐसे में जांच रिपोर्ट में किस तरह के तथ्य निकलकर सामने आते हैं यह देखना दिलचस्प होगा और इसके बाद गलती निकलने पर किस तरह की कार्यवाही होती है यह भी देखना होगा।