उत्तराखंड की राजनीति में इन दिनों गजब इत्तेफाक चल रहा है.. पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत आगे-आगे चलते हैं तो सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत उनके पीछे-पीछे…कोरोनाकाल में जब कोविड का खौफ बना हुआ है तो सरकार भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए ही ज्यादातर बैठकों में जुटी हुई है..इस महामारी के शुरुवाती चरण में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत भी एहतियातन अपने आवास से ही बैठकों को वीसी के जरिये ले रहे थे..लेकिन इस दौरान हरीश रावत ने उत्तराखंड में एंट्री की और बाहर निकलना शुरू किया तो सीएम त्रिवेंद्र सिंह के भी सार्वजनिक कार्यक्रम लगाए जाने लगे.. इसके बाद गैरसैण मुद्दे पर हरीश रावत ने मोर्चा खोलते हुए सरकार को गैरसैंण में ढूंढने की बात कहकर गैरसैण में दस्तक दी तो पीछे पीछे सीएम त्रिवेंद्र सिंह भी 15 अगस्त को गैरसैण में जा पहुंचे..और नया इत्तेफाक सेल्फ क्वारंटाइन का हुआ है..अभी दो दिन पहले ही हरीश रावत ने खुद को 10 दिनों तक लोगों की सुरक्षा को देखते हुए क्वारंटाइन करने का फैसला लिया तो अब त्रिवेंद्र सिंह ने अपने आर्थिक सलाहकार के पॉजिटिव मिलने के बाद 3 दिनों तक सेल्फ क्वारंटाइन करने निर्णय ले लिया है।